सरकार के कदम की पी चिदंबरम ने की तारीफ
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम अकसर सरकार की नीतियों की आलोचना करते रहते हैं। हालांकि इन दिनों वह सरकार के कदमों की तारीफ भी कर रहे हैं। शनिवार को उन्होंने 4.2 लाख करोड़ के अतिरिक्त उधार उठाने के फैसले को लेकर सरकार की तारीफ की और कहा कि यह गरीबों की मदद और अर्थव्यवस्था को गति देने में सहयोग करेगा।
चिदंबरम ने कहा कि सरकार ने आखिरकार बाजार से 4.2 लाख करोड़ रुपये अतिरिक्त उधार उठाने का फैसला किया है। इससे राजकोषीय घाटे में संतुलन साधने में मदद मिलेगी। आम बजट 2020-21 पेश करते हुए वित्त मंत्री ने उधार उठाने की सीमा 7.1 लाख करोड़ रुपये तय की थी। हालांकि लॉकडाउन की वजह से कर संग्रह में कमी आई। इसी वजह से सरकार को उधार उठाने की सीमा में बड़ी वृद्धि का फैसला लेना पड़ा। पूर्व वित्त मंत्री ने हालांकि यह भी कहा कि सरकार के ये कदम ही गरीबों को राहत देने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने केंद्र से अपील की कि 2020-21 में उधार उठाने के मामले में और भी बदलाव किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संकट काल में राजकोषीय घाटे को भी सीमित रखना ठीक नहीं है। इस बजट में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 3.5 फीसदी सीमित रखने का लक्ष्य रखा गया था। सरकार ने शुक्रवार को पहले तय किे गए 7.8 लाख करोड़ के उधार उठाने की सीमा को बढ़ाकर 12 लाख करोड़ कर दिया है। पहली बार ऐसा नहीं है जब पी चिदंबरम ने सरकार की तारीफ की है। मार्च में उन्होंने कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के लिए भी सरकार की तारीफ की थी।