स्मार्टफोन और मोबाइल के बढ़ते चलन ने लोगों की लिखने की आदत को लगभग खत्म सा कर दिया है. जिसके कारण हैंडराइटिंग की अहमियत कम हो गई है. स्मार्ट दुनिया में पैरेंट्स ने भी बच्चों की हैंडराइटिंग पर ध्यान देना कम कर दिया है. अक्सर पैरेंट्स इस बात की शिकायत करते हैं कि उनके पास बच्चों की हैंडराइटिंग सुधारने का वक्त नहीं है. ऐसे लोगों के लिए लॉकडाउन अच्छा समय है. बच्चों के साथ पढ़ाई करने का और उनकी हैंडराइटिंग को ठीक करने का. आइए जानते हैं कैसे सुधारी जा सकती है बच्चों की हैंडराइटिंग.
क्यों ज़रूरी है अच्छी हैंडराइटिंग?
एग्जाम में अक्सर बच्चों को लगता है कि उन्हें नंबर लाने के लिए सिर्फ पढ़ाई की जरूरत है. परन्तु ऐसा नहीं है एग्जाम पेपर में गंदी लिखावट के कारण भी नंबर कम मिलते हैं. एग्जाम में अच्छे नंबर लाने के लिए लिखावट का सुंदर और स्पष्ट होना बेहद ज़रूरी है. अगर आप भी अपने बच्चे की खऱाब हैंडराइटिंग को उसकी सफलता की राह का पत्थर नहीं बनने देना चाहते हैं तो बच्चों की हैंडराइटिंग को सुधारने में आज ही लग जाइए.
पेंसिल ग्रिप करने का सही तरीका
बच्चे की हैंडराइटिंग सुधारने का सबसे पहला स्टेप है बच्चों को पेंसिल की ग्रिप सही से पकडऩे का तरीका बताना. गलत तरीके से पेंसिल पकडऩे के कारण भी हैंडराइटिंग खराब हो जाती है. छोटे बच्चे को पेंसिल अंगूठे और दूसरी उंगली के बीच में रखकर पेंसिल के ऊपरी भाग को पकड़़कर लिखना सिखाएं.
राइटिंग प्रोजेक्ट्स
बच्चों को पेंसिल और पेपर पर लिखने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु उन्हें कुछ खास राइटिंग प्रोजेक्ट्स करने के लिए दें. राइटिंग प्रोजेक्ट्स से बच्चों का मन प्रोत्साहित होता है. आप बच्चों को राइटिंग प्रोजेक्ट्स में निम्न चीजें दे सकती हैं.
- मां-पापा या मामा या फिर किसी दोस्त को लैटर लिखने के लिए कहें.
- किसी रंगीन पेपर पर बच्चे को कविता लिखने के लिए कहें, इसके बाद इसे घर की किसी दीवार पर लगाएं.
- बच्चों को कई तरह के कार्ड बनाने के लिए कहें.