भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. एक तरफ इस महामारी ने लोगों को घेरा हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ अप्रैल के महीने में भी कभी सर्दी, तो कभी गर्मी पड़ रही है. जिसके कारण लोगों को खांसी, जुकाम जैसी समस्याएं आ रही हैं. सूखी खांसी वाले लोग तो परेशान नहीं हो रहे हैं, लेकिन जिन लोगों को बलगम वाली खांसी आ रही है उन्हें बार-बार कफ बन रहा है, जिसके कारण वो परेशान हो रहे हैं. ऐसे में क्या करना चाहिए आइए जानते हैं इसके बारे में…
बलगम वाली खांसी के कारण
सिर्फ मौसम बदलने से नहीं बल्कि कई बार गले में इंफेक्शन के कारण भी बलगम वाली खांसी हो सकती है. ऐसा माना जाता है कि नियमित तौर पर बलगम वाली खांसी का इलाज नहीं किया जाता तो ये कई बीमारियों की वजह बन सकता है. आइए जानते हैं कैसे खत्म की जा सकती है बलगम वाली खांसी. बलगम वाली खांसी को ठीक करने के लिए लोग कुछ खास तरह की दवाओं का सेवन करने लगते हैं. दवाइयों के अलावा आप घर पर ही कुछ प्राकृतिक चीजों को अपनाकर बलगम वाली खांसी को ठीक कर सकते हैं.
शहद
किसी भी प्रकार की बीमारी में शहद सबसे स्टीक दवा है. रात को सोने से लगभग आधे घंटे पहले 1.5 चम्मच शहद को पिएं. ऐसा करने से नींद भी अच्छी आएगी और गले का कफ भी कम हो जाएगा.
विटामिन सी
शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए विटामिन सी बहुत जरूरी माना जाता है. विटामिन सी का इस्तेमाल करने से यह शरीर के वायरस से तेजी से लडऩे में सक्षम हो पाता है. बलगम वाली खांसी में विटामिन सी युक्त फल जैसे की संतरा खा सकते हैं. संतरा खाते वक्त ध्यान रहे कि यह ठंडा न हो.
अदरक की चाय
एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर अदरक की चाय पीना हर किसी को बहुत पसंद होता है. दिन में 2 बार अदरक की चाय पीने से गले को आराम मिल सकता है और बलगम वाली खांसी खत्म हो सकती है.
भाप
भाप को देसी इलाज माना जाता है. नियमित तौर पर भाप लेने से चेस्ट में जमा हुए म्यूकस टूट जाते हैं. जिन लोगों को बलगम वाली खांसी होती है उन्हें दिन में कम से कम 5 मिनट तक भाप लेने की सलाह दी जाती है.