आरोपी बहन-भाई गिरफ्तार, चोरी की तीन वारदातों का खुलासा, नगदी व सोने-चांदी के जेवरात समेत दो लाख का माल बरामद
भोपाल
कोलार थाना पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय शातिर महिला चोर और उसके चचेरे भाई को गिरफ्तार कर चोरी की तीन वारदातों का खुलासा किया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर नगदी, सोने-चांदी के जेवरात समेत करीब दो लाख का माल बरामद किया है। आरोपी सूने मकानों को अपना निशाना बनाकर वारदातों को अंजाम दे रहे थे। फिलहाल पुलिस आरोपियों से शहर में हुई अन्य वारदातों के संबंध में पूछताछ कर रही है।
थाना प्रभारी आशुतोष उपाध्याय ने बताया कि पिछले साल 4 सितंबर को बी-सेक्टर सर्वधर्म कॉलोनी निवासी चंदन सैनी(27) के सूने मकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोर एलईडी, मोबाइल, नगदी और सोने-चांदी के जेवरात चुरा कर ले गए थे। इस मामले में पुलिस ने नकबजनी का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। इसी बीच सोमवार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि उक्त चोरी के मामले में दोराहा जिला सीहोर के एक शातिर चोर का हाथ हो सकता है।
इस आधार पर पुलिस टीम ने दोहारा पहुंच कर संदेही गोदान सिंह पवार पुत्र स्व. मांगीलाल(40) को उसकी झुग्गी से हिरासत में लिया और मौके पर ही पूछताछ की तो उसने अपनी चचेरी बहन मनीषा के साथ मिलकर कोलार इलाके में कुल तीन वारदातों को अंजाम देना कबूल किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर उसकी झुग्गी में छिपाकर रखे चोरी के जेवरात बरामद किए। इसके साथ ही देाहरा जिला सीहोर निवासी उसकी चचेरी बहन मनीषा उर्फ डिस्को पति राजा अली उर्फ अलीशा(40) को उसकी झुग्गी से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके पास से भी चोरी के सोने-चांदी के जेवरात, नगदी आठ हजार रूपए बरामद किए। आरोपियों के पास से बरामद माल की कीमत करीब दो लाख रूपए हैं।
शातिर चोर है महिला
थाना प्रभारी उपाध्याय ने बताया कि आरोपी मनीषा उर्फ डिस्को अंतर्राज्यीय चोर है। उसके खिलाफ भोपाल के तलैया, कोहेफिजा, पिपलानी, निशातपुरा और कोलार थाना समेत आंध्रप्रदेश के तिरुपति रेनिगुनटा, तेलंगाना के चंदन नगर रंगरेड्डी, काचीपेट बारंगल व कंचन बाग हैदराबाद सिटी में भी नकबजनी के करीब 14 मामले दर्ज हैं। इसी तरह आरोपी गोदान सिंह के खिलाफ दोहारा जिला सीहोर, भोपाल के गुनगा व कोलार थाना में मारपीट और नकबजनी के 5 प्रकरण दर्ज हैं।
सूने मकानों को बनाते थे निशाना
आरोपी मनीषा और उसका भाई गोदान सिंह दोराहा से भोपाल पहुंच कर सूने मकानों की रैकी करते थे। इसके बाद मौका पाकर ताला तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। महिला होने के कारण अधिकांश लोग आरोपी मनीषा पर शक नहीं करते थे। इस बात का वह पूरा फायदा उठाती थी। वारदात को अंजाम देने के बाद वह सीधे दोराहा अपने घर लौट जाते थे। फिलहाल पुलिस आरोपियों से अन्य वारदातों के संबंध में पूछताछ कर रही है।