कटनी
कटनी जिले के बड़वारा विधानसभा क्षेत्र के ढीमरखेड़ा ब्लॉक जो की आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है ,के धरवारा संकुल के अतिथि शिक्षकों ने मानदेय नहीं मिलने से आक्रोशित होकर बी.ई.ओ. मरावी को ज्ञापन सोपा।
क्या है मामला
मध्य प्रदेश के शासकीय स्कूलों की बदहाली किसी से छुपी हुई नहीं है, कहीं भवन की समस्या, कहीं व्यवस्था की तो कहीं लिपिकीय स्टाफ की ।सबसे बड़ी समस्या शिक्षकों की है लगभग 70% शिक्षण कार्य अतिथि शिक्षकों से नाम मात्र के मानदेय पर कराया जा रहा है ,नाम मात्र मानदेय इतना की एक श्रमिक से भी कम मानदेय पर यह अतिथि शिक्षक शिक्षण कार्य करने को मजबूर है ,बस एक सुरक्षित भविष्य की चाह इनको दुरस्थ स्कूलों में भी शिक्षकीय कार्य करने को मजबूर करती है ,,
पिछले शैक्षिक सत्र 2022-23 की फरवरी, मार्च ,अप्रैल का मानदेय इन अतिथि शिक्षकों को अप्राप्त है नाम मात्र के मानदेय पर इनका घर कैसे चलता होगा, मई जून में शैक्षणिक कार्य खत्म होने पर इन्हें कोई मानदेय नहीं मिलता ,रोजमर्रा,, मतलब की जरूरत थी पूरी करने के लिए इन्हें यहां वहां मुँह ताकना पड़ता है, इन सबसे व्यथित होकर अतिथि शिक्षकों ने संकुल प्राचार्य से गुहार लगाई ,,फिर मौखिक रूप से ब्लाक शिक्षा अधिकारी तक अपना निवेदन प्रस्तुत करअपनी बात कही, उन्हें यही जवाब मिलता था कि अभी बजट का आवंटन नहीं हुआ है इसलिए आप लोगों का मानदेय नहीं आया है ,कटनी जिले के अन्य संकुल के अतिथियों का मानदेय भी अप्राप्त है।
सामने है रक्षाबंधन का त्यौहार, कैसे मनाए भाई -बहन यह त्यौहार
नाम मात्र के मानदेय पर कार्य करने को मजबूर यह शिक्षक देश के नोनीहालों को शिक्षित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं इसी मानदेय पर इन्हें अपने आश्रितों का भरण पोषण करना पड़ता है, इसी से अन्य सामाजिक दायित्व पूरे करने पड़ते हैं ,,सामने रक्षाबंधन का त्यौहार भी आ रहा है ,सब इसी चिंता में है कि त्योहार कैसे मनाएं, अपनी इसी समस्या के समाधान हेतु इन अतिथि शिक्षकों ने बी.ई.ओ. को ज्ञापन सौंप कर समस्या समाधान करने की गुहार लगाई ,
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दिया आश्वासन
बी.ई.ओ.मरावी जी ने इन समस्त अतिथि शिक्षक संकुल धरवारा को आश्वासन दिया कि बजट आवंटित होते ही दो-चार दिन के अंदर समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया ।ज्ञापन सौंपने में समस्त अतिथि शिक्षक संघ धरवारा की उपस्थिति रही।