नई दिल्ली
सड़क परिवजन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश में जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और अकेले दिल्ली के आसपास 65 हजार करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है जिससे दिल्ली से कई शहरों तक जाने के समय में बहुत कमी आएगी।
गडकरी ने अयोजित कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा कि दिल्ली से मुंबई के लिए एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे पर काम तेजी से चल रहा है और अगले साल जनवरी या फरवरी में इसका उद्घाटन कर दिया जाएगा। रतलाम तक जल्द ही यातायात शुरू कर दिया जाएगा। उनका कहना था कि इस एक्सप्रेस-वे के बनने से दिल्ली और मुंबई के बीच सड़क मार्ग से महज 12 घंटे में पहुंचा जा सकेगा और रास्तों के आसपास के नजारों का भी आनंद लिया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में 65 हजार करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इन परियोजनाओं पर काम पूरा होने से दिल्ली से देहरादून का रास्ता दो घंटे में तय हो सकेगा जबकि दिल्ली से हरिद्वार डेढ़ घंटे में पहुंचा जाएगा। इसी तरह से दिल्ली से जयपुर दो घंटे, चंडीगढ़ ढाई घंटे, अमृतसर चार घंटे तथा कटरा की दूरी दिल्ली से छह घंटे में पूरी की जा सकेगी।
गडकरी ने कहा कि देश में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे हैं और 65 लाख करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है और सभी परियोजनाओं पर पैसा बचाने का काम किया जा रहा है।देश में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क ढाई प्रतिशत से बढकर चार प्रतिशत हो गया है। इन राष्ट्रीय राजमार्गों पर देश का 40 प्रतिशत ट्रैफिक है। उनका कहना था कि जम्मू-कश्मीर और लेह को जोड़ने के लिए जोजिला में सुरंग का निर्माण किया जा रहा है जिससे 12 महीने यातायात को सुचारूरूप से संचालित किया जा सकेगा। उनका मंत्रालय अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे के साथ ही पूरे देश में सड़कों का जाल बिछा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा राम सर्किट का निर्माण भी किया गया है और इस पर 24 हजार करोड़ रुपए की लागत आई है जबकि गौतमबुध सर्किट पर 22 हजार करोड़ रुपए, महाराष्ट्र पालखी सर्किट पर 12 हजार करोड़ रुपए, मथुरा में भी कोशिश चल रही है। उत्तराखंड में चार धाम परियोजना पर 12 हजार करोड़ रुपए की लागत आई है जबकि पिथौरागढ मानसरोवर मार्ग पर 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत जिस तेजी से आगे जा रहा है उसके प्रति दुनिया के अन्य देश दिलचस्पी ले रहे हैं। भारत की प्रगति और इस प्रगति की गति को लेकर दुनिया में आकर्षण बढ़ा है। जी-20 सम्मेलन में शामिल हुए देशों से आए मेहमानों का भी इस गति के प्रति आकर्षण है।