लंदन
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन का मानना है कि तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड और हरफनमौला मोईन अली के रिटायर होने के बाद इंग्लैंड को अगले साल भारत में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिये जेम्स एंडरसन के अनुभव की जरूरत होगी। टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट ले चुके तेज गेंदबाज 41 वर्ष के एंडरसन एशेज श्रृंखला में कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाये।
हुसैन ने आईसीसी रिव्यू में कहा, ‘‘भारत के खिलाफ जिम्मी का रिकॉर्ड बहुत अच्छा है। इंग्लैंड को संतुलित गेंदबाजी आक्रमण की जरूरत है। टीम को अनुभव की जरूरत है।'' एंडरसन ने टेस्ट क्रिकेट में पारी के पांच से अधिक विकेट 32 बार लिये हैं जिनमें से छह बार यह कारनामा भारत के खिलाफ किया है।
हुसैन ने कहा, ‘‘पिछले कुछ महीने में उसका प्रदर्शन खराब या औसत रहा लेकिन उसे चुका हुआ मान लेना बेवकूफी होगी। मैने एक इंटरव्यू में उससे बात की और उसके भीतर अभी भी भूख है। वह इस बारे में ही सोच रहा है कि अपना सर्वश्रेष्ठ फॉर्म फिर कैसे हासिल करे।''
हुसैन ने कहा कि एशेज अब बीती बात हो चुकी है और एंडरसन नई चुनौतियों और लक्ष्य की ओर देख रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘वह नेट पर लौटने के बारे में सोच रहा है जो अच्छा संकेत है।जो दिखाता है कि उसके भीतर अभी भी भूख है।वह 700 टेस्ट विकेट से दस विकेट दूर है और यह उसकी प्रेरणा बनेगा।''
उन्होंने कहा, ‘‘ब्रॉड के संन्यास के बाद भारत में इंग्लैंड को एंडरसन की जरूरत होगी। क्रिस वोक्स ने कहा है कि वह इंग्लैंड के बाहर खेलना नहीं चाहता और विदेश में उसका रिकॉर्ड भी अच्छा नहीं है। वोक्स और ब्रॉड के नहीं होने पर एंडरसन का अनुभव निहायत जरूरी है।''
हुसैन ने कहा कि भारत दौरा इंग्लैंड के 'बाजबॉल' (कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स के साथ इंग्लैंड की खेलने की आक्रामक शैली) के लिये काफी चुनौतीपूर्ण होगा। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में चुनौती काफी कठिन होगी और यह सभी को पता है। रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल के सामने बाजबॉल। यह देखना रोचक होगा।''