बिलासपुर। लॉकडाउन के दौरान लोगों को राशन बांटने पर हुई एफआईआर को लेकर कांग्रेस विधायक शैलेष पांडे ने इसे बीजेपी की साजिश करार दिया था. जिस पर बीजेपी सांसद अरुण साव ने पलटवार करते हुए कहा कि धारा 144 का उल्लंघन कर खुद की गलती पर पर्दा डाल रहे हैं। कोरोना संकट के समय
बीजेपी के पास इतना समय नहीं है कि राजनीति करे।
सांसद श्री साव ने कहा कि विधायक जी शायद ये भूल रहे हैं कि देशभर में कोरोना की वजह से इस समय लॉकडाउन है। गांवों से लेकर शहरों तक धारा 144 लागू है, जिसका पालन करना आम जनता और जनप्रतिनिधियों का फर्ज है। मगर विधायक श्री पांडेय ने नियमों की अनदेखी की है। यही वजह है कि उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों को राशन बांटना अच्छी बात है, मगर इस दौरान विधायक जी को नियमों का पालन करना था, मगर उनके द्वारा नियमों की अनदेखी की गई और बेकाबू भीड़ एकत्रित हो गई, जबकि 144 धारा प्रभावशील है। अब इस मामले में पुलिस ने एक्शन लेते हुए कार्रवाई की है, तो इसे बीजेपी की साजिश बता रहे हैं, जो कि सरासर गलत है। ऐसा कर विधायक खुद की गलती पर पर्दा डालने की कोशिश है। सांसद श्री साव ने कहा कि बीजेपी के पास इतना समय नहीं है कि वो इस संकट की घड़ी में किसी तरह की राजनीति करे. क्योंकि बीजेपी के सभी नेता व कार्यकर्ता कोरोना संकट से लड़ने के लिए जहाँ लोगों को प्रेरित कर रहे हैं, वहीं जरूरतमंदों को हरसंभव मदद करने के साथ-साथ प्रदेश के लोग जो दूसरे प्रदेशों में फंसे हैं, उनकी मदद करने में लगे हैं।
बता दें कि देश में लॉक डाउन चल रहा है और धारा 144 लागू है। ऐसे में भी विधायक शैलेष पाण्डेय के घर राशन लेने हजारों की संख्या में लोग पहुंच गए थे। इस मामले में पुलिस ने उनके खिलाफ अपराध दर्ज किया है।