येरेवान
तुर्की, पाकिस्तान और अजरबैजान की नापाक साजिश का शिकार आर्मीनिया अब भारत के हथियारों पर बड़ा दांव लगाने जा रहा है। खबरों के मुताबिक भारत से दुश्मन के हथियारों की जगह बताने वाले रेडॉर के बाद अब आर्मीनिया को पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर भी मिल गया है। भारत के इस ब्रह्मास्त्र से अजरबैजान इतना डरा हुआ है कि उसके आर्मीनिया पहुंचने के वीडियो को देखकर ही बौखला गया है। अजरबैजान ने भारतीय राजदूत को तलब करके अपना विरोध दर्ज कराया है। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि रेडॉर और पिनाका बस शुरुआत है, आर्मीनिया अभी भारत से बड़े पैमाने पर घातक हथियार खरीदने की तैयारी कर रहा है। आइए समझते हैं पूरा मामला …
आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच नगर्नो-कराबाख को लेकर फिर से जंग शुरू होने के हालात हैं। आर्मीनिया को साल 2020 में हुई पिछली लड़ाई में करारी हार का सामना करना पड़ा था। 45 दिनों तक चली जंग में आर्मीनिया को नगर्नो कराबाख का एक बड़ा इलाका भी गंवाना पड़ा था। आर्मीनिया ने अजरबैजान के फिर हमले के खतरे से निपटने के लिए भारत से पिनाका मल्टी बैरल लॉन्चर की डील की थी। पिनाका रॉकेट की पहली खेप अब आर्मीनिया पहुंच गई है। पिनाका के ईरान के रास्ते आर्मीनिया जाने का वीडियो सामने आया है।
भारत और आर्मीनिया के बीच डील से घबराया अजरबैजान
इस वीडियो को अजरबैजान के एक न्यूज पोर्टल ने जारी किया है। इसमें नजर आ रहा है कि चारों तरफ से ढंका हुआ ट्रकों का काफिला ईरान के नूरदूज बॉर्डर से आर्मीनिया की ओर बढ़ रहा है। उसने दावा किया कि यह सैन्य कार्गो है जिसे ईरान के बंदर अब्बास बंदरगाह से लाया गया है। उसने स्वतंत्र सूत्रों के हवाले से दावा किया कि यह सैन्य कार्गो भारत से आया है। भारत और आर्मीनिया के बीच पिछले कुछ सालों में सैन्य तथा तकनीकी सहयोग काफी बढ़ गया है।
रूस की मध्यस्थता के बाद साल 2020 में हुई शांति डील के बाद भी अजरबैजान और आर्मीनिया के बीच अक्सर भीषण झड़प होती रहती है। अजरबैजान को तुर्की से घातक ड्रोन और पाकिस्तानी हथियार मिले हैं जिनके बल पर वह आर्मीनिया को अक्सर धमकाता रहता है। पिनाका के आर्मीनिया पहुंचने की खबर से अब अजरबैजान घबरा गया है। अजरबैजान के राष्ट्रपति के विदेशी मामलों के सलाहकार ने भारतीय राजदूत से मुलाकात की और भारत तथा आर्मीनिया के बीच रक्षा सहयोग पर अपना विरोध दर्ज कराया।
भारत से ड्रोन और मिसाइल लेने की तैयारी में आर्मीनिया
अजरी नेता ने भारत को गुटनिरपेक्षता की भी याद दिलाई और आर्मीनिया को घातक हथियार देने के फैसले पर फिर से विचार करने के लिए कहा। वहीं द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक आर्मीनिया अब भारत के साथ कई बड़े रक्षा समझौते करने जा रहा है। इसमें ड्रोन, ड्रोन को मार गिराने वाले हथियार, आत्मघाती ड्रोन, आकाश जैसा सतह से हवा में मार गिराने वाला सिस्टम आदि शामिल है। आकाश को भारत के डीआरडीओ ने विकसित किया है और भारतीय सेना इसका इस्तेमाल करती है। वहीं अजरबैजान पाकिस्तान और तुर्की से हथियार खरीद रहा है। अजरबैजान पाकिस्तान से जेएफ-17 फाइटर जेट खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। इस फाइटर जेट को चीन की मदद से पाकिस्तान ने बनाया है।