नई दिल्ली
कांग्रेस की अगुवाई में आज विपक्षी दलों का गठबंधन मणिपुर हिंसा पर केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा है। इन्होंने इस मामले पर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की है। इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा विपक्षी दलों पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मणिपुर से लेकर राजस्थान और पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर भी सरकार चर्चा करने के लिए तैयार है। उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी को पत्र भी लिखा है।
इस सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले संसद सत्र के दौरान लोकसभा में दिया गया भाषण तेजी से वायरल हो रहा है। अपने भाषण में वह अविश्वास प्रस्ताव का जिक्र करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने विपक्ष से कहा था, ‘मैं आपको शुभकामनाएं देता हूं कि आप इतनी तैयारी करो कि 2023 में फिर से आपको अविश्वास प्रस्ताव लाने का मौका मिले।’ पीएम मोदी इतना कहते ही संसद में बैठे मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे पीएम मोदी का अहंकार भरा बयान बताया। पीएम मोदी ने भी पलटवार किया।
प्रधानमंत्री ने खड़गे पर पलटवार करते हुए कहा, ‘यह मेरा समर्पण भाव है। अंहकार तो यह होता है कि कहां आप 400 हुआ करते थे। आज 40 पर आ सिमटे हैं। हमारी पार्टी समर्पण भाव से काम करती है। आज 2 से इतनी संख्या में आपके सामने मौजूद है।’
पीएम मोदी का संसद में दिया यह भाषण उनके समर्थक तेजी से शेयर कर रहे हैं। भाजपा आईटी सेल के संयोजक अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘मोदी जी की राजनीतिक सूझ बूझ पर कभी शक मत करना।’