इंदौर
पूर्व सांसद और समाजवादी नेता कल्याण जैन का गुरुवार को निधन हो गया। कुछ समय से वे बीमार चल रहे थे। करीब 89 वर्षीय यह नेता विधायक और पार्षद भी रह चुके हैं। समाजवादी राजनीति में वे शहर ही नहीं, देश-प्रदेश में अग्रणी रहे। देश के बड़े समाजवादी नेताओं जार्ज फर्नांडीस, मामा बालेश्वर, मुलायमसिंह यादव, मधु लिमये, शरद यादव, रघु ठाकुर आदि से उनके घनिष्ठ संबंध रहे। व्यापार से लेकर उन्होंने सक्रिय राजनीति का सफर किया और एक संघर्षशील नेता साबित हुए।
आपातकाल में वे जेल भी गए। इसके अलावा कई अन्य जन आंदोलनों के दौरान भी उन्होंने लाठियां खाईं और जेल गए। वे ऐसे बिरले नेताओं में से हैं जिनको विधायक, सांसद के साथ ही मीसाबंद की पेंशन भी मिलती थी। आपातकाल के बाद 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में वे संयुक्त मोर्चा के उम्मीदवार रहे और विजयी रहे। होमी दाजी के बाद वे दूसरे गैर कांग्रेसी नेता थे जो सांसद बने। इससे पहले 1967 में वे विधायक भी रहे।
जैन के करीबी बालकृष्ण अरोरा बताते हैं, जैन एक संघर्षशील, पारदर्शी और ईमानदार राजनेता रहे। व्यापारी परिवार से होने के कारण वे शहर के खेरची व्यापारी संघ के अध्यक्ष भी रहे। खजूरी बाजार में इंदौर टाइप राइटिंग कंपनी के नाम से भी उनका व्यवसाय रहा। मारोठिया बाजार में उनकी किराना दुकान भी थी, जिसे वे खुद चलाते थे। लक्ष्मीनारायण कसेरा बताते हैं कि राजनीति में उनका उद्देश्य आम जनता की सहायता करना रहा। शहर में नर्मदा लाने से लेकर अन्य प्रमुख आंदोलनों में उनकी महती भूमिका रही।