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विदिशा के 20 गांव में बाढ़, 25 घर ढहे, इंदौर-उज्जैन में भारी बारिश का अलर्ट, चीलर नदी उफनी

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भोपाल

मध्यप्रदेश के इंदौर-उज्जैन संभाग के 5 जिलों में मौसम विभाग ने अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इंदौर, धार, रतलाम, मंदसौर और नीमच में 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है। आधे प्रदेश यानी 29 जिले ऐसे हैं, जहां भारी बारिश की संभावना है। इनमें इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, सागर, ग्वालियर-चंबल, शहडोल के जिले शामिल हैं।

सीनियर मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में ग्वालियर-चंबल संभाग के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुेलेशन सक्रिय था। अभी यह पूर्व दिशा की ओर बढ़कर उत्तरप्रदेश के मध्य हिस्सों में है। इसके साथ मानसून ट्रफ लाइन पूर्व मध्यप्रदेश से गुजर रही है।

दूसरी ओर, दक्षिण-पश्चिम हवाओं के साथ अरब सागर और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी की ओर से नमी है। इस कारण भी प्रदेश के कई जिलों में अति भारी से भारी बारिश का दौर जारी है। अगले 48 घंटे के दौरान प्रदेश में ऐसा मौसम रहने का अनुमान है।

विदिशा के 20 गांव में बाढ़

लगातार बारिश के कारण शाजापुर शहर के बीच से गुजरी चीलर नदी उफान पर आ गई। पुलिया से पानी बह रहा है। शहर दो हिस्सों में बंट गया। रायसेन के बेगमगंज में हुई तेज बारिश से बीना नदी उफान पर चल रही है। नर्मदा, पार्वती नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है।

विदिशा के सिरोंज, कुरवाई और गंजबासौदा क्षेत्र के लगभग 20 गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। विदिशा में सबसे अधिक नुकसान ग्राम मदउखेड़ी, इमलिया और फतेहपुर में हुआ है। इन तीनों गांवों में ही 25 से अधिक लोगों के घर धराशायी हो गए। नरेन नदी में उफान आने से विदिशा-अशोक नगर हाईवे बुधवार रात 8 बजे तक बंद रहा। घटवार में स्कूल की बाउंड्रीवाल गिर गई।
शाजापुर शहर के बीच से गुजरी चीलर नदी लगातार हो रही बारिश से उफना गई है। यह नदी शहर के बीच से गुजरी है। पुलिया डूबने से शहर दो हिस्सों में बंट गया है।

24 घंटे में कैसा रहा मानसून
मध्यप्रदेश में बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। इंदौर में तेज बारिश के चलते मुहाड़ी वाटर फॉल उफान पर है। यहां पिकनिक मनाने पहुंचे एक ग्रुप में शामिल 12वीं के छात्र की डूबने से मौत हो गई। रायसेन के बेगमगंज इलाके में‎ लगातार हो रही बारिश से बीना नदी उफान‎ पर आ गई। कोकलपुर गांव में 150 एकड़ खेत डूब गए।