मुंगेली/ लंबे समय बाद आखिरकार मुंगेली जिला प्रशासन ने शहर एवं क्षेत्र में हो रहे अवैध प्लॉटिंग पर शुरुआती कार्यवाही करते हुए मुरुमी रोड एवं उनके बोर्ड को बुलडोजर के माध्यम से ध्वस्त कर दिया हैं, इससे भूमाफियाओं में हड़कंप मचा हुआ हैं, कई बड़े सफेदपोशों, रसूखदारों जो जमीन के अवैध प्लाटिंग के व्यवसाय में जुड़े हैं उन पर प्राथमिक तौर पे हुई कार्यवाही से कमजोर पड़ते दिख रहे हैं, जानकारों की माने तो प्रशासन को अवैध प्लॉटिंग पर बने पूरे मुरुमी/गिट्टी सड़कों को ध्वस्त करना था, फिलहाल जिला प्रशासन की प्राथमिक कार्यवाही से ही भूमाफियाओं की कमर टूटती दिख रही हैं, प्राप्त जानकारी के अनुसार अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही के पूर्व नोटिस देने की कार्यवाही की गई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह से ही मुंगेली जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा शिक्षक नगर में मुकुंदराव गोवर्धन द्वारा नाले से लगकर किये जा रहे अवैध प्लाटिंग के मुरुमी सड़कों पर कार्यवाही करते हुए उसे बुलडोजर से ध्वस्त किया गया, उसकी प्रकार मुंगेली के सबसे बड़े और विवादित अवैध प्लॉटिंग जो रायपुर रोड पर SNG कॉलेज पुराना हेलिपैड के सामने हो रही हैं जिसकी रजिस्ट्री अधिकारियों की लापरवाही और चूक की वजह से हुई थी, के गिट्टी वाले सड़कों एवं उसके बोर्ड को भी ध्वस्त कर दिया गया, साथ ही इस प्लॉटिंग में बंटवारे को लेकर एक बड़ा मामला सामने आने की संभावना हैं। उसी प्रकार कई और जगहों के अवैध प्लॉटिंग पर जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलवाया। इस कार्यवाही से मुंगेली की जनता खुश तो है पर उनके मन में एक सवाल उठ रहा हैं कि अवैध प्लाटिंग पर शुरुआती कार्यवाही करने के बाद अब क्या अवैध प्लाटिंग करने वाले भूमाफियाओं के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी या नहीं ? क्योंकि जानकारों की मानें तो अब इन भूमाफियाओं के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करते हुए थाने में एफआईआर दर्ज के लिए कार्यवाही की जानी चाहिए, साथ ही हाल ही में रायपुर रोड SNG कॉलेज के सामने के अवैध प्लाटिंग में नियम-विरुद्ध हुए रजिस्ट्री को शून्य करने की मांग भी की गई हैं, जिसमें कार्यवाही न होने पर शिकायकर्ताओं ने न्यायालय जाने का मन बना लिया हैं, फिलहाल रजिस्ट्री शून्य करने कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन के सम्बंधित अधिकारियों के कार्यवाही का इंतजार किया जा रहा हैं।
आपको बता दे कि मुंगेली में चारों तरफ राजनीतिक दलों से जुड़े भूमाफियाओं ने अवैध प्लॉटिंग कर भोलेभाले जमीन खरीददारों को अपने झांसे में लेकर टुकड़ों में जमीन बेच दी गई हैं, और कॉलोनाइजर द्वारा छत्तीसगढ़ नगर पालिका ( कॉलोनाइजर का पंजीयन, नियम और शर्ते) नियम, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के नियमों व मापदंडों का पालन नहीं किया गया हैं, जिसके चलते जमीन खरीददारों को भविष्य में सड़क, नाली, बिजली, पानी सहित कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ता हैं जिसके चलते यहां रहवासियों द्वारा चुनावों का बहिष्कार भी किया जाता हैं, ऐसे कई उदाहरण हैं जिसमें मुंगेली का शचिपुरम कालोनी, सोनकर सेल्स के पीछे का कालोनी सहित कई कालोनियां हैं जहां आज भी वहाँ के रहवासी नारकीय और खतरों से भरा जीवन जी है। बहरहाल आज की कार्यवाही से जिले की जनता खुश है और यह कार्यवाही निरंतर जारी रहने की जिला प्रशासन पर उम्मीद भी जताई हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अभी वर्तमान में अवैध प्लाटिंग में पिछले कई दिनों से रजिस्ट्रियां बंद हैं। अब देखना यह होगा कि जिन-जिन अवैध प्लॉटिंग में आज कार्यवाही हुई हैं, उनमें नियमों-कानूनों व मापदंडों का पालन करते हुए कालोनी का विकास किया जाता हैं या भविष्य में मामला ठंडा होते ही रजिस्ट्रियां शुरू होती हैं या बिना नियम, कानून या मापदंडों के ही ऐसे ही बाद में रजिस्ट्रियां, नामांतरण या डायवर्सन होता हैं साथ ही उन्हें नगर पालिका से कितनी जल्दी भवन अनुज्ञा मिलती हैं ? ये देखने वाली बात होगी, क्योंकि SNG कॉलेज के पीछे ही वेयर हाउस के बगल में भी हुए अवैध प्लाटिंग पर मकान बनना शुरू हो गया हैं जिसकी शिकायत उपरांत भी कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं, इसमें भी डेढ़ वर्ष पहले तत्कालीन एसडीएम ने बुलडोजर चलवाया था लेकिन भूमाफिया द्वारा नियम-कानून को दरकिनार कर पुनः सड़कों को दुरुस्त कर प्लॉटिंग की गई हैं, इस मामले में एक बड़ा खुलासा होने की जानकारी मिली हैं।
आज की कार्यवाही से व्यवसायिक और राजनीतिक रूप से जमीन दलाली में लिप्त भूमाफियाओं द्वारा मामले में शिकायत करने वालों, जानकारी एकत्र करने वालों और समाचार प्रकाशित करने वालों के विरुद्ध हमले कराने या झूठे मामले में फंसाने फिर सक्रियता देखी गई।