लंदन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे एशेज टेस्ट में गेंद और बल्ले दोनों से महत्वपूर्ण प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुने गए इंग्लैंड के मार्क वुड ने वह टीम की जीत में योगदान कर खुश हैं।
वुड ने पहले गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 34 रन देकर 5 विकेट लिए, जिससे ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 263 रन पर ढेर हो गया। इसके बाद उन्होंने निचले क्रम में महत्वपूर्ण 24 रन बनाए और कप्तान बेन स्टोक्स (80) की मदद से इंग्लैंड को 237 रन तक पहुंचाया और इस तरह ऑस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त नहीं लेने दी।
दूसरी पारी में भी वुड ने 66 रन देकर 2 विकेट लिए और फिर क्रिस वोक्स (नाबाद 32) के साथ मैच जिताऊ नाबाद 24 रन की साझेदारी की और विजयी रन बनाकर हेडिंग्ले में जीत पक्की कर दी। उन्होंने कहा कि उन्हें इंग्लैंड को जीत में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने से खुशी हो रही है, क्योंकि इससे सीरीज जीवित रहेगी।
वुड ने रविवार को यहां मैच के बाद कहा,”निश्चित रूप से, यहां आकर बहुत खुशी हुई, खासकर मैन ऑफ द मैच बनकर। यह हमारे लिए शानदार जीत है और इसने हमें सीरीज में बरकरार रखा है। दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों के खिलाफ खेलना और उनके खिलाफ प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है और यह पहली बार है जब मैंने बल्ले से इंग्लैंड को जीत दिलाई है, इसलिए मैं खुश हूं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या गेंद और बल्ले दोनों से योगदान देने के बाद उन्हें एक ऑलराउंडर माना जाना चाहिए, तेज गेंदबाज ने कहा कि ऐसा करना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, ”इसके लिए बहुत जल्दी है। स्टोक्स मेरी भूमिका के बारे में बहुत स्पष्ट थे, छोटे, तेज स्पैल कराते थे और जो कुछ भी मेरे पास है, उसमें अपना योगदान देते थे। अभी भी कुछ चीज़ों पर काम करना बाकी है। दोनों पक्षों ने कड़ी मेहनत की है और हमें इसका मुकाबला करना होगा।”
उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन नहीं है कि पहली पारी में उनके 24 रनों ने बड़ा प्रभाव डाला या नहीं। उन्होंने कहा, ”मैं इससे प्रसन्न था, प्रभाव के बारे में नहीं जानता। कुछ रन बनाकर खुशी हुई। हम जहां भी जाते हैं वहां समर्थन अद्भुत है,हम देखेंगे कि मैं कैसे आगे बढ़ता हूं लेकिन तैयार रहने के लिए मैं हर संभव प्रयास करूंगा।”