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ओएनजीसी ने केजी बेसिन से निकाली गैस तीन कंपनियों को बेची

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नई दिल्ली
 सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस कंपनी ओएनजीसी ने बंगाल की खाड़ी में स्थित केजी बेसिन से निकाली जा रही गैस की बिक्री टारेंट गैस समेत तीन कंपनियों को किया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

सूत्रों के मुताबिक, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) ने केजी बेसिन क्षेत्र से निकाली गई गैस का कुछ हिस्सा ई-नीलामी के जरिये टारेंट गैस पुणे लिमिटेड, गेल इंडिया लिमिटेड और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) को बेची है। इस दौरान 14 लाख घन मीटर गैस प्रतिदिन बेची गई है।

घटनाक्रम से परिचित सूत्रों ने कहा कि बेची गई गैस में से गेल ने आठ लाख घन मीटर गैस खरीदी जबकि एचपीसीएल ने 4.2 लाख और टारेंट ने 1.2 लाख घन मीटर गैस प्रतिदिन खरीदी।

ओएनजीसी ने केजी बेसिन के डी5 ब्लॉक से निकाली जा रही गैस की खरीद के लिए शहरी गैस वितरक कंपनियों और उर्वरक एवं बिजली उत्पादक कंपनियों से बोलियां आमंत्रित की थीं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल का भाव 74 डॉलर प्रति बैरल होने से निर्धारित फॉर्मूले के अनुरूप बेची गई गैस की आधार कीमत 11.3 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है।

अडाणी टोटल गैस लिमिटेड आठ-10 वर्षों में 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी

अडाणी समूह और फ्रांसीसी कंपनी टोटलएनर्जीज की संयुक्त उद्यम अडाणी टोटल गैस लिमिटेड अगले आठ-दस वर्षों में गैस वितरण के लिए बुनियादी ढांचा खड़ा करने पर 20,000 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी।

अडाणी टोटल गैस लिमिटेड (एटीजीएल) की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि वाहनों के लिए सीएनजी की खुदरा बिक्री और घरों एवं उद्योगों को पाइप से गैस पहुंचाने के लिए बुनियादी ढांचे के विस्तार पर अगले आठ से 10 वर्षों में 18,000 करोड़ रुपये से लेकर 20,000 करोड़ रुपये तक का निवेश किया जाएगा।

कंपनी देश के 124 जिलों में वाहनों के लिए सीएनजी की खुदरा बिक्री करने के अलावा पाइप से घरेलू रसोई गैस की आपूर्ति भी करती है। देश में इसके 460 सीएनजी स्टेशन हैं और पाइप से रसोई गैस के करीब सात लाख उपभोक्ता हैं।

नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अतिरिक्त बुनियादी ढांचे के निर्माण पर वित्त वर्ष 2022-23 में 1,150 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।

कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) पराग पारिख ने कहा, ‘दीर्घकालिक नजरिये से हम गैस कारोबार की संभावनाओं को लेकर आशावादी हैं। कंपनी बुनियादी ढांचे के निर्माण और नेटवर्क के विस्तार में अधिक निवेश करने पर विचार कर रही है।’

उन्होंने कहा, ‘अपने शहरी गैस वितरण कारोबार के लिए अगले आठ-दस वर्षों में बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए हमारा लगभग 18,000-20,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का इरादा है। यह हमारे ग्राहक आधार को व्यापक बनाने के साथ राजस्व वृद्धि को कायम रखेगा।’

एटीजीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुरेश पी मंगलानी ने कहा कि कंपनी की रणनीति अपने लाइसेंस वाले इलाकों में स्टील पाइपलाइन बिछाने में तेजी लाने और सीएनजी स्टेशन बढ़ाने की है। उन्होंने कहा कि कंपनी अगले सात से 10 वर्षों में 1,800 से अधिक सीएनजी स्टेशन बनाने जा रही है।