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बालाजी कंस्ट्रक्शन द्वारा सीमा लाइन में सड़क बनाने का मामला

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सीमा लाइन से छेड़-छाड़ के मामले में रेंजर ने अब तक नहीं दिया प्रतिवेदन
डीएफओ ने दोबारा जांच करने का दिया निर्देश

रायगढ़। ग्राम पंडरीपानी में बालाजी कंस्ट्रक्शन द्वारा मिट्टी परिवहन करने के लिए वन विभाग के सीमा लाइन में बिना अनुमति मिट्टी डंप कर सड़क निर्माण करने के मामले में रेंजर ने मौका जांच के बाद अब तक प्रतिवेदन नहीं दिया। वहीं अपने स्तर पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करने का प्रयास किया जिसकी भनक लगने के बाद डीएफओ ने रेंजर को दोबारा जांच करने का निर्देश दिया है। साथ ही अगर वन विभाग के सीमा लाइन में कार्य मिलने पर संबंधित के खिलाफ सीधे पीओआर काटने का निर्देश दिया है।
जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंडरीपानी में बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा निजी भूमि में मिट्टी उत्खनन का काम किया जा रहा है उक्त मिट्टी का परिवहन रेलवे के चौंथे लाईन के निर्माण में उपयोग किया जा रहा है, मिट्टी उत्खनन करने के बाद परिवहन करने के लिए संबंधित ठेका कंपनी ने वन विभाग के सीमा लाइन में मिट्टी डंप कर सड़क चौड़ीकरण करते हुए सीपीटी को भी फिलअप कर दिया। मामला उजागर होने के बाद डीएफओ स्टायलो मंडावी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रेंजर लीला पटेल को जांच का निर्देश दी। इस मामले में रेंजर ने जांच के दौरान पाया कि सीपीटी को फिलअप कर दिया है वहीं पूर्व में बने सीमा लाइन में मिट्टी डंप कर सड़क का निर्माण किया गया है, लेकिन सीपीटी को फिर से खुदाई करने के लिए संबंधित ठेका कंपनी को निर्देश देते हुए कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर दी। वहीं उच्च अधिकारियों को इस मामले में जांच प्रतिवेदन तक नहीं सौंपा गया। जिसकी भनक जब डीएफओ को लगी तो डीएफओ ने संबंधित रेंजर को इस मामले में दोबारा जांच करने का निर्देश दिया है।
क्या होता है सीपीटी
वन विभाग के जानकारों के अनुसार वन क्षेत्र में मुनारा व सीमा लाईन के पहले नालीनुमा गड्ढा खोदा जाता है ताकि जंगली जानवर वन क्षेत्र से बाहर न आ सकें। मौके पर रेंजर जांच करने पहुंची तो इसको संबंधित ठेका कंपनी ने मिट्टी पाटकर सड़क फिलअप किया जाना पाया।
6 मीटर बता रहे सीमा लाईन
वन अधिनियम में गौर किया जाए तो रिजर्व फॉरेस्ट एरिया में मुनारा से सीमा लाईन 12 मीटर का होता है और प्रोटेक्टेड फॉरेस्ट एरिया में 6 मीटर का होता है। पंडरीपानी का उक्त क्षेत्र रिजर्व फारेस्ट एरिया 1010 में आता है, लेकिन संबंधित रेंजर द्वारा यहां सीमा लाईन 6 मीटर बताया जा रहा है। खानापूर्ति करने का प्रयास किया जा रहा है।
वर्सन
मुझ़े अब तक जांच प्रतिवेदन नहीं मिला है, इस मामले में मैने दोबारा मौका जाकर जांच करने का निर्देश दिया है। सीमा लाइन व सीपीटी में कुछ किया गया है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।
स्टायलो मंडावी, डीएफओ
वर्सन
सीपीटी को फिलअप किया गया है जिसे फिर से गड्ढा खोदने कहा गया है, सीमा लाईन मुनारा से 6 मीटर का होता है, उच्च अधिकारियों को सब पता है उनके निर्देश पर आगे की कार्रवाई होगी।
लीला पटेल, रेंजर