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शिक्षक नगर में प्लॉट खरीदने वाले हो जाये सावधान…भूमाफियाओं के झांसे में न आयें…मुकुंदराव को नोटिस जारी…SDM ने मुकुंदराव के अवैध प्लाटिंग पर लगाई रोक…फिर कहीं गुपचुप तरीके से न हो जाये रजिस्ट्री…? पढ़िए नोटिस और आदेश की कॉपी…मुख्यमंत्री के नरवा योजना की धज्जियाँ उड़ा रहे भूमाफिया और अधिकारी…भाजपा नेता की जमीर व जमीन दलाली से बढ़ा आक्रोश…

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मुंगेली/ हाल ही में कुछ माह पूर्व ही अम्बेडकर वार्ड शिक्षक नगर में नाले की जमीन में किये जा रहे अवैध प्लाटिंग पर रोक लगाने एवं कार्यवाही करने की शिकायत मुंगेली कलेक्टर, एसडीएम और मुख्य नगर पालिका अधिकारी से की गई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 01/02/2023 को कलेक्टर मुंगेली के समक्ष शिकायत प्रेषित किया गया था जिसमें बताया गया कि मुंगेली शहर में अंबेडकर वार्ड स्थित शिक्षक नगर में अवैध प्लाटिंग जोरों पर हैं जिस पर कार्यवाही नहीं की जा रही है। साथ ही मुंगेली शहर का मुख्य नाला जो कि खड़खड़िया नाला के नाम से प्रचलित है वह भी शिक्षक नगर से होते हुये प्रवाहित होती/गुजरती हैं। इसी शिक्षक नगर से गुजरने वाले इस नाले पर एवं नाले से ही लगकर कुछ भूमाफियाओं और जमीन दलालों के द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग किया जा रहा है। जो कि नियमों के विरूद्ध है साथ ही अगर यहाँ अवैध प्लाटिंग के दौरान जमीन बिक गए, और मकान बन गए तो इससे नाले एवं जलबहाव क्षेत्र प्रभावित होगें. इसके अलावा बरसात के दिनों में इस क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति भी निर्मित होती है जिससे जनहानि की संभावना बनी रहती है। ऐसी स्थिति में शिक्षक नगर में नाले के बगल में हो रहे प्लाटिंग को कालोनाईजर लाईसेंस देना उचित नहीं है। अगर कालोनाईजर लाईसेंस दे दिया गया है तो उसे तत्काल निरस्त किया जाये, साथ उस जमीन की रजिस्ट्री पर भी रोक लगाया जाये जिससे नाला सुरक्षित रह सके।
उक्त शिकायत के बाद भी कार्यवाही नहीं होने पर कलेक्टर को दिनांक 15/03/2023 को स्मरण पत्र भेज पुनः इसकी शिकायत की गई, जिसके बाद नगर पालिका मुंगेली के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने दिनांक 19/04/2023 को मुकुंदराव गोवर्धन को नोटिस जारी किया, नोटिस में कहा गया कि अम्बेडकर वार्ड शिक्षक नगर में खड़खड़िया नाला के किनारे किये जा रहे प्लाटिंग को तत्काल बंद कर 05 दिवस के भीतर कालोनाईजर लाइसेंस के साथ भूमि से संबंधित अपने सभी दस्तावेज इस कार्यालय में अधोहस्ताक्षरकर्ता के समक्ष प्रस्तुत करें अन्यथा आपके द्वारा बिना अनुमति के किए जा रहे प्लाटिंग/निर्माण को तोड़वाते हुए आपके विरूद्ध अनुशंसात्मक कार्यवाही की जाएगी तथा आरक्षी केन्द्र मुंगेली में प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी आपकी होगी। उसके बाद मुकुंदराव गोवर्धन द्वारा क्या जवाब दिया गया इसकी जानकारी नहीं मिल पाई हैं, हालांकि नगर पालिका और एसडीएम द्वारा दस्तावेज देने बहुत आनाकानी की जा रही थी, हाल ही में कुछ दिन पहले ही दस्तावेज प्राप्त हुई हैं।
कलेक्टर के पास इस शिकायत का स्मरण पत्र जाते ही उन्होंने एसडीएम को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया, जिसके बाद एसडीएम ने राजस्व निरीक्षक और पटवारी के माध्यम से शिक्षक नगर में नाला से लगकर हो रहे अवैध प्लाटिंग पर जांच कर पंचनामा बनवाया गया, हालांकि यह जांच पंचनामा जिस हिसाब से तैयार किया गया हैं उसमें राजस्व से जुड़े जांचकर्ताओं पर सवाल भी उठ रहे हैं। हालांकि पंचनामा के बाद राजस्व निरीक्षक द्वारा एसडीएम को प्रतिवेदन दिया गया जिसमें राजस्व निरीक्षक ने बताया कि मुंगेली नगर के खड़खड़िया नाले पर तथा नाले से लगी हुई भूमि पर किये जा रहे अवैध प्लॉटिंग पर कार्यवाही किये जाने के आवेदन पर आपके द्वारा गठित टीम द्वारा शिक्षक नगर में आवेदित भूमि के पास उपस्थित हुए। खड़खड़िया नाला से लगी निजी भूमिस्वामी हक की भूमि 716 / 77 रकबा 0.381 हे. पर मुकुंदराव गोवर्धन की भूमि लगी है। जिस पर अवैध प्लॉटिंग की मंशा से मुरूम सड़क, नाली का निर्माण किया जाना पाया गया। खड़खड़िया नाला नगर के शिक्षक नगर सहित अन्य हिस्सों पर से गुजरी है। जिस पर पूर्व से ही अवैध प्लॉटिंग हुए है, वर्तमान में भी जारी है। खसरा नं. 716 / 77 के पूर्व भाग पर नगर निवेश से अनुमोदित प्लॉट भी बिक्री हुई है और हो रही है। राजस्व निरीक्षक के प्रतिवेदन के बाद दिनांक 10/04/2023 को एसडीएम ने कलेक्टर को अपनी रिपोर्ट ज्ञापन के माध्यम से भेजा जिसमें बताया गया कि राजस्व निरीक्षक शहर से प्राप्त प्रतिवेदन अनुसार शिक्षक नगर में आवेदित भूमि के पास उपस्थित हुए। खड़खडिया नाला से लगी निजी भूमि स्वामी हक की भूमि 716/77 रकबा 0.381 है. मुकुंदराव गोवर्धन की भूमि लगी है जिस पर अवैध प्लाटिंग की मंशा से मुरूम सड़क, नाली का निर्माण किया जाना पाया गया । खड़खड़िया नाला शिक्षक नगर सहित अन्य हिस्सों पर से गुजरी है जिस पर पूर्व से ही अवैध प्लाटिंग हुए है वर्तमान में भी जारी है। खसरा नं. 716/77 के पूर्व भाग पर नगर निवेश से अनुमोदित प्लाट भी बिक्री हुई है और हो रही है अभी वर्तमान में अवैध प्लाटिंग पर रोक लगा दी गयी है।
एसडीएम के इस आदेश से इस जमीन से जुड़े भूमाफियाओं की परेशानियां तो बढ़ी हैं अब जमीन ग्राहक को शिक्षक नगर में प्लॉट लेने से पहले हजार बार सोचना होगा अन्यथा उनकी रजिस्ट्री शून्य या मकान बनाने भवन अनुज्ञा नहीं मिल सकती, न ही उन जमीनों का डायवर्सन होगा। इस मामले में भाजपा के एक बड़े भूमाफिया का पूर्ण दखल हैं जो कंग्रेस के भूमाफियाओं से मिलकर जमीन खरीददारों को भ्रमित कर प्लॉट बेचा जा रहा हैं।
जानकारी के मुताबिक शिक्षक नगर में जो बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग हो रहा हैं वह नगर पालिका अध्यक्ष का ही वार्ड हैं जहां से वह पार्षद निर्वाचित हैं, शिक्षक नगर के नाले पर अवैध प्लाटिंग होने के चलते वार्डवासियों में भी भारी नाराजगी एवं आक्रोश हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिक्षक नगर में हो रहे अवैध प्लाटिंग की जमीन भले मुकुंद राव गोवर्धन के नाम पर हैं पर इस जमीन की क्रय-विक्रय का पूरा जिम्मा भाजपा के एक नेता पर हैं जो विधायक का करीबी होने का ढिंढोरा पिटता रहता हैं, साथ ही यह प्रकृति-प्रेमियों के एक संस्था से भी जुड़ा हैं जो पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कार्य करती हैं, उस संस्था को चाहिए कि वे ऐसे गद्दार और ढोंगी प्रकृति-प्रेमी को अपनी संस्था से बाहर करें, वरना संस्था पर कई प्रश्नचिन्ह लग सकते हैं ? भाजपा नेता व इस प्रकृति प्रेमी ढोंगी द्वारा ही नाले पर अवैध प्लाटिंग कर प्रकृति से खिलवाड़ किया जा रहा हैं।
लोग कह रहे हैं कि इस भाजपा नेता ने जमीर व जमीन दलाली से पार्टी को शर्मसार किया हैं।

मुख्यमंत्री के नरवा योजना की धज्जियाँ उड़ा रहे भूमाफिया और अधिकारी…

छत्‍तीसगढ़ में नालों को नरवा कहा जाता है। नरवा योजना के तहत राज्‍य के नालों पर चेकडेम बना कर पानी रोकना तथा उस पानी को खेतों की सिंचाई के लिये उपलब्‍ध कराना है। इसके अलावा नालों के जरिये बरसात का जो पानी बह जाता है, उसे रोक कर भूगर्भीय जल को रिचार्ज करना है
नरवा कार्यक्रम- राज्य के लगभग बरसाती नालों को चिन्हित कर इस कार्यक्रम के तहत उनका ट्रीटमेंट कराया जा रहा है। इससे वर्षाजल का संरक्षण होने के साथ-साथ संबंधित क्षेत्रों का भू-जलस्तर सुधर रहा है। प्रदेश में नरवा बनाने का कार्य भी द्रुतगति से चल रहा है। इन नालों के जरिए ग्रामीणों को कृषि के लिए सिंचाई का पानी मिल रहा, मवेशियों को पीने के पानी की समस्या से निजात मिल रही हैं, साथ ही गर्मी के दिनों में शहरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के नालों में भी निस्तारी के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाने की प्लानिंग है। साथ ही वन्य प्राणियों के लिए भी गर्मी के दिनों में पेयजल की किल्लत नहीं होती और उनके लिए हर वक्त पानी मिल रहा है। ऐसे नरवा, नालों पर भूमाफियाओं ने गिद्ध सी नजर गड़ाये हुए हैं। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करने की जानकारी मिली हैं।