खुद की इंजीनियरिंग यूनिट से आत्म-निर्भर होने के साथ आधा दर्जन युवाओं को भी दिया रोजगार
भोपाल
खुशियों की दास्ताँ
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, रोजगार के इच्छुक युवाओं को उनके रुचि के उद्यमों को वित्तीय सहायता मुहैया कराकर उन्हें रोजगार संपन्न बनाने के लिए है, यह योजना जब उनके साथ ही दूसरे बेरोजगारों को भी रोजगार संपन्न बनाने लगे तो निश्चित ही इसे सोने पर सुहागा कहा जा सकता है।
ये खुशियों की दास्ताँ है,पीथमपुर की सुरुचि खेड़े की जो अपने आप को आत्म-निर्भर बताती हैं। श्रीनाथ इंजीनियरिंग की अब वे मालिक हैं और उनकी यूनिट, ऑटो मोबाइल के लिए शीट मेटल पार्टस का निर्माण करती है।उन्होंने इस यूनिट में 7 युवाओं को रोजगार भी दिया है। उनकी यूनिट से पार्ट्स की सप्लाई पीथमपुर के विभिन्न आटोमोबाइल इकाइयों में जोर-शोर से जारी है।
पटेल नगर, सेक्टर-1, पीथमपुर जिला धार की रहने वाली सुखेड़े बताती हैं कि वे मध्यवर्गीय परिवार से संबंध रखती है और जैसा कि आमतौर पर भारतीय परिवारों में होता है कि पढ़ाई करो और नौकरी करो, यही उनके परिवार का भी कहना था, लेकिन हमेशा से आत्म-निर्भर बनने की प्रबल इच्छा के चलते उन्होंने अपना उद्यम लगाने के प्रयास किए। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना ने प्रयासों को उड़ान दी।
सुखेड़े बताती है कि उनके आइडिया को जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र धार ने हाथो-हाथ लिया। योजना का आकर्षण था 3 प्रतिशत का ब्याज अनुदान। वे कहती हैं कि योजना आनलाइन होने से कार्यालयों के चक्कर भी नहीं लगाना पड़े। साथ ही ऑनलाइन स्वीकृति होने के बाद उनका प्रकरण बैंक आफ इंडिया सागोर भेजा गया। उनके मोबाइल सेल्स एवं सर्विस यूनिट के लिए 25 लाख का लोन आसानी से मिल गया और वे देखते ही देखते अपनी यूनिट को लगाने में सफल हुई। पिछले ही साल 13 सितंबर से उन्होंने अपनी यूनिट शुरू की है और उनके पार्ट्स की सप्लाई नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।वे बड़े गर्व से कहती है कि आज मेरे साथ 7 अन्य व्यक्तियों को भी इस योजना से रोजगार मिला है। मैं खुद के उद्योग के साथ अन्य युवाओं को रोजगार देकर आत्म-निर्भर और गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ। उन्होंने मध्यप्रदेश शासन और मुख्यमंत्री को भी धन्यवाद दिया है।