बिलासपुर डेस्क/ संभाग के अंतर्गत आने वाले एक नगर पालिका का लगातार विवादों और भ्रष्टाचार से नाता रहा हैं, इस नगर पालिका में भ्रष्टाचार इस चरम में पहुंच चुका हैं कि वहां के एक जनप्रतिनिधि को कानूनी शिकंजे में आने के बाद कुर्सी भी गंवानी पड़ी, बावजूद इसके नगर पालिका अध्यक्ष कुर्सी के वर्तमान ठेकेदार सबक नहीं ले रहे हैं, और ये भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को रेस्ट हॉउस के बंद कमरे में कांग्रेस के पार्षदों और हारे प्रत्याशियों की बैठक प्रभारी द्वारा ली गई, जिसमें सभी वार्डो के कांग्रेस के पार्षदों और हारे कांग्रेस प्रत्याशियों को बुलाया गया, इस गुप्त बैठक में कांग्रेस के पार्षदों और एल्डरमैन ने अपने ही नगर पालिका अध्यक्ष के प्रति भयंकर नाराजगी व्यक्त करते हुए विवादित नगर पालिका अध्यक्ष की करतूतों का खुलासा किया, कई कांग्रेसी पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष की मनमानी, तानाशाही और उनके वार्ड में विकास कार्यो को अवरुद्ध करने जैसे कई संगीन आरोप लगाये। कांग्रेस के पार्षदों, पूर्व प्रत्याशियों और एल्डरमैन ने नगर पालिका अध्यक्ष के सामने ही प्रभारी को उनके अध्यक्ष की नाकामियां गिनाते रहे, हालांकि प्रभारी द्वारा इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया गया या नहीं कहना मुश्किल है। क्योंकि जब जब ऐसे बैठकों का दौर चलता हैं तो मैनेजमेंट, पैकेज को लेकर लोगों में खूब चर्चा होती हैं। आपको बता दे कि इस गोपनीय बैठक से मीडिया को दूर रखा गया।
वहीं दूसरी ओर जानकारी मिली हैं कि कांग्रेस के कुछ गिने चुने हारे प्रत्याशियों को बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष ने इस डर की वजह से भी नहीं बुलाया कि दस्तावेज सहित प्रभारी के समक्ष कई मामलों का खुलासा न कर दे, हालांकि जिन्हें इस बैठक से दूर रखा गया उनके द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष, कांग्रेस प्रभारी और कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों की शिकायत कंग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री से करने की बात कही गई हैं। इसमें कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों की भी बड़ी गलती बताई जा रही हैं। कांग्रेस सरकार में ही कांग्रेस पार्षदों और प्रत्याशियों की नाराजगी, कांग्रेसियों की आपस में गुटबाजी से इस क्षेत्र में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ सकता हैं क्योंकि शहरीय क्षेत्र में नगर पालिका अध्यक्ष की छबि बहुत ही ज्यादा खराब हो चुकी हैं जिसका नुकसान कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता हैं।
वहीं दूसरी ओर कुछ राजनीतिक दलों एवं नगर पालिका अध्यक्ष के वार्ड की जनता द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष को घेरने की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि नगर पालिका अध्यक्ष ने अपने वार्ड में किये चुनावी घोषणा-पत्र में किये गए वायदों को अभी तक पूरा न नहीं किया हैं।