नई दिल्ली
दिल्ली सरकार के सेवा मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आईएएस अधिकारी वाईवीवीजे राजशेखर (YVVJ Rajasekhar) के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सौरभ भारद्वाज के कार्यालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि आईएएस अधिकारी वाईवीवीजे राजशेखर के खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं। इस वजह से वाईवीवीजे राजशेखर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू की जानी चाहिए। सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस बारे में रिपोर्ट सौंपी है। इसमें राजशेखर के तुरंत तबादले का सुझाव दिया गया है।
मालूम हो कि वाईवीवीजे राजशेखर (YVVJ Rajasekhar) दिल्ली सरकार में विशेष सचिव सतर्कता के रूप में तैनात हैं। उनका केजरीवाल सरकार से टकराव चल रहा है। दिल्ली पुलिस ने राजशेखर के इस आरोप पर प्राथमिकी दर्ज की है कि अज्ञात लोगों ने 16 मई को सुबह 3 बजे के आसपास उनके कार्यालय की तलाशी ली और सतर्कता जांच से संबंधित कुछ फाइलों की अवैध रूप से फोटो कॉपी की। इस कथित घटना का सीसीटीवी फुटेज भी दिल्ली पुलिस को सौंपा गया है। दिल्ली सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राजशेखर के कथित कदाचार की रिपोर्ट सौंपी गई है।
मौजूदा वक्त में राजशेखर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के रेनोवेशन में कथित भ्रष्टाचार समेत दिल्ली की दिल्ली सरकार के खिलाफ कई आरोपों की जांच कर रहे हैं। मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि आधिकारिक रिकॉर्ड की सुरक्षा और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आईएएस अधिकारी के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की जानी चाहिए। सौरभ भारद्वाज ने सीएम को सौंपे गए एक विस्तृत ‘डोजियर’ में आरोप लगाया है कि राजशेखर सीबीआई, सीवीसी और विजिलेंस के रडार पर भी रहे हैं। उनको गोपनीय मकसद के लिए संवेदनशील विजिलेंस फाइलों को अनाधिकृत रूप से अपने कब्जे में रखने की आदत है।
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि सतर्कता विभाग में राजशेखर की मौजूदगी से विभाग की छवि धूमिल होगी। ऐसे में उनका तबादला या उन्हें हटाने की तत्काल जरूरत है। इसके साथ ही सौरभ भारद्वाज ने राजशेखर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने का आह्वान किया है। उन्होंने सिफारिश की है कि राजशेखर से जुड़े कदाचार की शिकायतों को किसी जांच एजेंसी के पास भेजा जाना चाहिए। सौरभ भारद्वाज ने राजशेखर पर घोर अवज्ञा, अनुशासनहीन व्यवहार आदि आरोप लगाए हैं। मालूम हो कि दिल्ली सरकार ने राजशेखर को सरकारी काम-काज करने से वंचित कर दिया था, लेकिन बाद में उनको सतर्कता निदेशालय ने बहाल कर दिया।