रायपुर। ग्राम टेकारी मे पौनी -पसारी लगाने आहूत ग्रामीणों की बैठका मे ग्रामीण व्यवस्था को चुनौती देते हुये एक बेजा कब्जाधारी द्वारा किये गये अवैध कब्जा अब तक न हटने का मसला गरमाया रहा । नवनिर्वाचित सरपंच व ग्रामीण सभा अध्यक्ष द्वारा इस सँबँध मे ग्रामीणों के एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा मँदिरहसौद नायब तहसीलदार सहित वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन सौंपने व तहसीलदार द्वारा अवैध कब्जा हटवाने पँचायत द्वारा नियत किये जाने वाले तिथि पर मय पुलिस बल उपस्थित रहने का आश्वासन दिये जाने की जानकारी देते हुये बतलाया गया कि पँचायत ने बेजा कब्जाधारी को एक बार फिर आसन्न 17 मार्च तक स्वेच्छा से बेजा कब्जा हटा लेने सँबँधी लिखित सूचना भेजा था जिसे लेने से इँकार करने पर चस्पा करने की कार्यवाही की गयी है ।ग्रामीणों ने एकस्वर मे गांव की व्यवस्था को बिगडने से बचाने किसी भी हालत मे इस बेजा कब्जा को हटवाने व एकजुट रहने की बात कही ।
ज्ञातव्य हो कि बीते करीब पौने दो साल से ग्राम मे शासन द्वारा आबँटित ढाई डिसमिल भूमि से लगे करीबन 900 वर्गफीट भूमि पर रहमान खान नामक व्यक्ति द्वारा किये गये अवैध कब्जा का मामला चर्चा मे है ।अपने विवाहिता पुत्री के नाम इस बेजा कब्जा की भूमि पर प्रधानमंत्री आवास बनवाने के प्रयास व इस पर ग्राम पँचायत सहित ग्रामसभा द्वारा आपत्ति किये जाने पर उसके पुत्री व परिवार वालों द्वारा अप्रिय स्थिति लाने की धमकी दिये जाने से पँचायत ने पँचायत राज अधिनियम के तहत प्रस्ताव पारित कर भू राजस्व सँहिता के प्रावधान के तहत एक माह के भीतर बेजा कब्जा हटवाने तहसीलदार सहित एस डी ओ.आरँग , जिलाधीश व सँभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा था व थाना मे भी जानकारी दी थी । तहसीलदार द्वारा इसके खिलाफ बेजा कब्जा का मामला भी दर्ज किया गया था और मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों तहसीलदार ने पँचायत को बेजा कब्जा हटवाने निर्देशित किया । बैठक मे इस पर नवनिर्वाचित सरपंच नँदकुमार यादव , उपसरपंच घनश्याम वर्मा के साथ पूर्व सरपंचद्वय रामानँद पटेल व गणेश लहरे सहित ग्रामीण सभा अघ्यक्ष हुलासराम वर्मा उपाध्यक्ष छेदन वर्मा ,कोषाध्यक्ष अशोक नायक , बाल समाज वाचनालय के अध्यक्ष नरेन्द्र वर्मा व भूपेन्द्र शर्मा द्वारा बीते 7 मार्च को नायब तहसीलदार सहित वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन सौंप उच्च न्यायालय के निर्णयों के परिपेक्ष्य मे बेजा कब्जा हटवाने का वैधानिक दायित्व सँबँधित तहसीलदार का होने व पँचायत द्वारा हटवाने पर बेजा कब्जाधारी के परिवार द्वारा कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न किये जाने की आशंका व्यक्त की गयी जिस पर तहसीलदार ने पुलिस बल सहित नियत तिथि पर मौजूद रहने का आश्वासन दिया गया । बैठक मे ग्रामवासियों ने आज तक ग्रामीण व्यवस्था के तहत ही बिना प्रशासनिक सहयोग के अवैध कब्जों को समयानुसार व आवश्यकतानुसार हटाये जाने व इसका ज्वलंत उदाहरण गौरवपथ व टेकारी – अमेरी सडक मार्ग मे नाली निर्माण के लिये बेजाकब्जाधारियोँ द्वारा स्वेच्छा से कब्जा हटाने की बात रखते हुये ग्रामीण व्यवस्था को चुनौती दे रहे इस बेजा कब्जा को हटवाने पूरे ग्राम के एकजुट होने की बात कही । इस बेजा कब्जाधारी द्वारा बेजा कब्जा हटवाने मे पक्षपातपूर्ण रव्वैया अपनाये जाने सँबँधी प्रशासनिक अधिकारियों को की जा रही कथित भ्रामक शिकायत के सँबँध मे बैठक मे निर्णय लिया गया कि ऐसे किसी कब्जाधारी का नाम बतलाये जाने पर ग्रामीण व्यवस्था के तहत उनका भी अवैध कब्जा हटवाया जावेगा व न मानने पर प्रशासनिक सहयोग लिया जावेगा ।सरपँच ने इस बेजा कब्जाधारी को दिये गये सूचनापत्र मे लिखित मे इसकी जानकारी देने का अनुरोध किये जाने की भी बात बतलायी । साथ ही आसन्न 17 मार्च तक स्वेच्छा से कब्जा न हटाये जाने की स्थिति मे तहसीलदार से एक सप्ताह के भीतर मय पुलिस बल मौजूद रहने की तिथि सुनिश्चित कर पँचायत को अवगत कराने का आग्रह किये जाने की जानकारी भी दी ताकि पँचायत कब्जा हटवाने की तैय्यारी कर सके ।