हिंदू कैलेंडर के हिसाब से जून माह की शुरूआत गुरु प्रदोष व्रत के साथ होने जा रहा है. इस दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा खासतौर से की जाती है. वहीं इस माह को आषाण माह के नाम से भी जाना जाता है. आपको बता दें, जून में गुरु प्रदोष व्रत, ज्येष्ठ पूर्णिमा, संकष्टी चतुर्थी, मासिक कालाष्टमी, यागिनी एकादशी, मिथुन संक्रांति, मासिक शिवरात्रि, आषाढ़ अमावस्या, जगन्नाथ रथ यात्रा, विनायक चतुर्थी, स्कंद षष्ठी जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आने वाले हैं. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में जून माह में कुल कितने व्रत हैं, त्योहार है, इसके बारे में विस्तार से बताएंगे.
जून 2023 में व्रत और त्योहार
दिनांक 1 जून दिन (गुरुवार) – ज्येष्ठ प्रदोष व्रत या गुरु प्रदोष व्रत
दिनांक 3 जून, दिन (शनिवार) – ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत
दिनांक 4 जून, दिन (रविवार) – ज्येष्ठ पूर्णिमा स्नान और दान
दिनांक 5 जून, दिन (सोमवार) – आषाढ़ माह का प्रारंभ
दिनांक 7 जून दिन (बुधवार) – कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी या आषाढ़ संकष्टी चतुर्थी
दिनांक 10 जून, दिन (शनिवार ) – मासिक कालाष्टमी व्रत
दिनांक 14 जून, दिन (बुधवार) – योगिनी एकादशी व्रत
दिनांक 15 जून, दिन (गुरुवार) – गुरु प्रदोष व्रत, मिथुन संक्रांति, सूर्य गोचर
दिनांक 16 जून, दिन (शुक्रवार) – आषाढ़ मासिक शिवरात्रि
दिनांक 17 जून दिन (शनिवार) – दर्श अमावस्या
दिनांक 18 जून दिन ( रविवार) – आषाढ़ अमावस्या
दिनांक 20 जून दिन (मंगलवार) – जगन्नाथ रथ यात्रा
दिनांक 22 जून दिन (बुधवार ) – आषाढ़ विनायक चतुर्थी
दिनांक 24 जून दिन (शनिवार)- स्कंद षष्ठी व्रत
दिनांक 29 जून दिन (गुरुवार) – हरिशयनी एकादशी या देवशयनी एकादशी, चातुर्मास का प्रारंभ
जानें कब है मिथुन संक्रांति
दिनांक 15 जून को मिथुन संक्रांति है. इस दिन सूर्य देव वृष राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. जिससे इस क्षण को मिथुन संक्रांति कहा जाएगा. इस दिन गंगा स्नान और सूर्यदेव की पूजा करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है. बता दें, दिनांक 15 जून से लेकर 17 जुलाई तक सूर्यदेव मिथुन राशि में रहेंगे.
जानें जगन्नाथ रथ यात्रा
विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरूआत इस साल दिनांक 20 जून दिन मंगलवार से होने रहा है. इस दिन भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण करने के लिए निकलते हैं और अपनी मौसी के घर जाते हैं. जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने के लिए दुनियाभर से कृष्ण भक्त जगन्नाथ पुरी पहुंचते हैं.
जानें कब लग रहा है चातुर्मास
इस साल चातुर्मास की शुरूआत दिनांक 29 जून दिन गुरुवार से होने रहा है. इस दिन से भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाएंगे. चातुर्मास में कोई भी शुभ मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है. जैसे कि शादी, सगाई, गृह प्रवेश आदि पर रोक लग जाएगी. बता दें, इस बार चातुर्मास 5 माह का होगा. हर साल हरिशयनी एकादशी या देवशयनी एकादशी से चातुर्मास की शुरूआत हो जाती है.