चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने बायें घुटने के इलाज पर फैसला करने के लिए मुंबई में ‘स्पोर्ट्स आर्थोपेडिक’ विशेषज्ञ की राय लेंगे। फ्रेंचाइजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) काशी विश्वनाथ ने बुधवार को यह जानकारी दी। धोनी को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बीते सत्र के दौरान घुटने पर पट्टी लगाकर खेलते देखा गया। इस दौरान उनकी विकेटकीपिंग में कोई खामी नहीं दिखी लेकिन बल्लेबाजी के दौरान वह तेजी से रन चुराने से बचने के लिए निचले क्रम में क्रीज पर आते थे। विश्वनाथ ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”हां, यह सच है कि धोनी अपने बाएं घुटने की चोट पर चिकित्सकों से सलाह लेंगे और उसी के अनुसार फैसला करेंगे। अगर सर्जरी की सलाह दी जाती है तो यह रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा, यह पूरी तरह से उन्हीं की मर्जी होगी।”
विश्वनाथ से जब पूछा गया कि क्या ऐसी संभावना है कि धोनी अगले सत्र में नहीं खेलने का फैसला करें और इस तरह छोटी नीलामी के लिए टीम के पास अतिरिक्त 15 करोड़ रुपये होंगे। उन्होंने कहा, ”सच कहूं, तो हम उस दिशा में सोच भी नहीं रहे हैं क्योंकि हम अभी उस स्थिति में नहीं पहुंचे है। यह पूरी तरह से धोनी का फैसला होगा। लेकिन मैं आपको सीएसके के रुख के बारे में बता सकता हूं कि हमने इस बारे में कुछ नहीं सोचा है।”
आईपीएल के पांचवें खिताब के बाद फ्रेंचाइजी के मालिक एन श्रीनिवासन के संबोधन और टीम के जश्न मनाने की योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”श्रीनिवासन इस सफलता से काफी खुश है लेकिन कोई जश्न नहीं मनेगा। खिलाड़ी अहमदाबाद से ही अपने अगले पड़ाव के लिए निकल गए। वैसे भी अगर आप सीएसके को देखे तो हम कभी बड़े स्तर पर जश्न नहीं मनाते।”
सीईओ ने कई मुख्य खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद भी टीम को सफलता दिलाने का श्रेय अपने करिश्माई कप्तान को दिया। उन्होंने कहा, ”यह टीम भावना और प्रत्येक खिलाड़ी को अपनी भूमिका जानने के बारे में है। हमने अपनी टीम में इस चीज को बहुत अच्छी तरह से परिभाषित किया है। बेन स्टोक्स के कद के खिलाड़ी भी टीम में अच्छे से घुल मिल गया और युवा उससे बेहिचक संपर्क कर सकते थे। यह हमारे कप्तान के कारण संभव हुआ।”