मुंगेली/ कोरोना वायरस से बचाव को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन ने ऐतिहातन सरकारी और निजी स्कूलों को 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश जारी किया था, उसके बाद भी मुंगेली के कुछ निजी स्कूलों में बच्चों को छुट्टी तो दे दी गई हैं परंतु शिक्षकों को बुलाया जा रहा, परंतु शिक्षा विभाग की ओर से किसी स्कूल में आकस्मिक निरीक्षण की अभी तक कोई जानकारी नही मिली हैं जिसके चलते निजी स्कूलों द्वारा मनमानी कर शासन के आदेश को दरकिनार किया जा रहा। लोक शिक्षण संचालनालय ने आदेश जारी कर 13 मार्च से 31 मार्च तक सभी निजी और सरकारी स्कूल बंद करने का निर्देश दिया गया था, इस दौरान प्रायमरी, मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल बंद रहेंगे तथा केवल 10 वीं, 12 वीं की बोर्ड की परीक्षाएं अपने पूर्व निर्धारित समय-सारणी के अनुसार आयोजित की जाएगी, इस आदेश के बावजूद निजी स्कूलों में टीचर्स को बुलाया जा रहा, जो शासन के आदेश को चिढ़ाने के समान हैं।
आदेश के अनुसार छात्रों के साथ शिक्षकों की भी 31 मार्च तक छुट्टी..
डीपीआई जितेंद्र शुक्ला ने कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए प्रदेश के सभी शासकीय, अर्धशासकीय व अशासकीय स्कूलों में अवकाश रखने शासन द्वारा जारी आदेश का अनिवार्य रूप से पालन करने निर्देश दिए थे, 31 मार्च तक सभी स्कूलों में विद्यार्थियों और शिक्षकों के अवकाश हैं इसीलिए बोर्ड परीक्षा और आवश्यक कार्य के अलावा किसी के स्कूल आने पर प्रतिबंध लगाया गया हैं।