नई दिल्ली। तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। हमलावर कैदियों ने पूछताछ में बताया कि टिल्लू को मारने का प्लान दो साल पहले भी बनाया था, लेकिन उस वक्त वारदात को अंजाम नहीं दे पाए थे। दरअसल, स्पेशल सेल ने घटना को अंजाम देने वाले आरोपी हमलावरों समेत वहां मौजूद करीब आधा दर्जन से ज्यादा लोगों से भी पूछताछ की है।
जांच टीम से जुड़े सूत्रों के अनुसार, बीते दो महीनों में हमलावरों से जेल में आकर मिलने वालों की लिस्ट तैयार हो चुकी है। पुलिस अब उनकी भूमिका की जांच करेगी। जांच में यह भी सामने आया है कि इससे पहले भी टिल्लू की हत्या का प्लान बनाया था, उसके कुछ दिन के अंदर ही दोनों तरफ के गैंगस्टरों को अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया था। इसलिए प्लान फेल हो गया था।
दो और मौकों पर प्लान फेल हुआ : जांच में यह खुलासा भी हुआ है कि इससे पहले दो और मौकों पर टिल्लू को ठिकाने लगाने का प्लान एन वक्त पर चूक गया था। टिल्लू को जहर (साइनाइड) देकर भी मारने का प्लान बनाया गया था, लेकिन गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया ने इसकी मुखबरी कर दी थी। हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है, इसका पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। दरअसल, जांच के बाद यह भी बताया गया कि जब जग्गू ने मुखबिरी कर दी तो लॉरेंस ने जग्गू को बठिंडा जेल में पिटवाया था, इसलिए स्पेशल सेल की टीम अब इस बारे में जग्गू समेत बाहर की जेलों में बंद कुछ अन्य गैंगस्टर से भी पूछताछ करेगी।
वारदात के बाद हमलावरों ने जेल में जश्न मनाया
पूछताछ में यह साफ हो गया है कि गैंगस्टर दीपक तीतर, योगेश टुंडा और राजेश बवानिया तीनों ही टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड के मास्टरमाइंड हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पूछताछ के दौरान सभी हमलावरों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। टिल्लू की मौत के बाद हमलावरों ने जेल के अंदर ही जश्न मनाया और कहा कि हमने अपने भाई और डॉक्टर का काम कर दिया।
पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया
टिल्लू ताजपुरिया की हत्या मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो और कैदियों चवन्नी और अता उर रहमान को गिरफ्तार किया है। इन पर वारदात से पहले जेल के सीसीटीवी कैमरों पर चादर डालने और हथियार छुपाने का आरोप है। उधर, स्पेशल सेल ने हत्या मामले में आज एक बार फिर तिहाड़ जेल पहुंचकर आरोपियों के साथ क्राइम सीन रिक्रिएशन भी किया।