Home Uncategorized भूमाफिया और जमीन दलाल की करतूतों से पार्टी की छबि हो रही...

भूमाफिया और जमीन दलाल की करतूतों से पार्टी की छबि हो रही धूमिल…जमीन की दलाली में मुनाफा के लिए बन बैठा पार्टी का एजेंट… प्रकृति-प्रेम व समाजसेवा का ढोंग…आका को मिला नोटिस…

151
0

मुंगेली/ मुंगेली क्षेत्र से आने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अरुण साव की स्वच्छ छवि, सादगीपूर्ण जीवनशैली व उनके व्यवहार का हर कोई कायल हैं, उनके प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद से भाजपाइयों में और भी ज्यादा सक्रियता देखी जा रही हैं, बिलासपुर सांसद के रूप में भी अरुण साव की लोकप्रियता भी काफी हैं, उसी प्रकार अपराजेय योद्धा के रूप में सभी मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले का नाम लेते हैं, कई दशकों से कांग्रेस या अन्य दलों में ऐसा कोई प्रत्याशी नहीं रहा जो विधायक पुन्नूलाल मोहले को पराजित कर सके। किंतु सूत्रों की माने तो अब भाजपा पार्टी, विधायक पुन्नूलाल मोहले व सांसद अरुण साव के बीच कुछ भाजपाई विभीषण छिपे हुए हैं जो केवल और केवल अपना स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हुए हैं, ये वही भाजपा के छुटभैये नेता हैं जो खुद को भाजपा पार्टी, विधायक और सांसद का बड़ा हितैषी बताते फिरते हैं, और झूठी जीहुजूरी में कोई कमी नहीं करते। शहर में काफी चर्चा हैं कि एक भाजपाई भूमाफिया, जमीन दलाल हैं जो भाजपा के जिम्मेदार पद में भी हैं और जमीन दलाली के लिए कांग्रेसी एजेंट तक की भूमिका में नजर आता हैं, सत्तापक्ष के नेताओं, भूमाफियाओं या संबंधित विभागों से जब कोई तालमेल बैठाना हो तो यह भाजपाई भूमाफिया ही विपक्ष की ओर से दलाल की भूमिका में नजर आता हैं। इस चर्चा के बाद मुंगेली में राजनीतिक उठापटक शुरू हो गई हैं, पार्टी से जुड़े लोगों के बताए अनुसार भाजपा के अधिकांश नेता इस जमीन दलाल नेता का नाम जानते हैं पर विधायक, सांसद अनभिज्ञ हैं। भूमाफिया भाजपा नेता की इस करतूत से सांसद अरुण साव और विधायक पुन्नूलाल मोहले की छवि घुमिल हो रही हैं, साथ ही भाजपा पार्टी को भी बड़ा नुकसान हो सकता हैं। इसका मुख्य कारण यह भी माना जा रहा हैं कि भाजपा के इस विभीषण द्वारा मुंगेली के विशेष जगह के जलस्त्रोतों में अवैध प्लॉटिंग कर उसकी दलाली की जा रही हैं, जिसके चलते उनके आका को संबंधित विभाग से नोटिस मिलने की जानकारी मिली हैं। समाजसेवा का ढोंग करने वाले इस नेता का दखल भाजपा में देख हर कोई हैरान हैं, यहां तक कि इस भाजपाई भूमाफिया का उनके पार्टी में भी विरोध हैं। बताया जाता हैं कि यह भूमाफिया कुछ सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़ा हुआ हैं, जो प्रकृति के बचाव के लिए भी कार्य करती हैं पर जलस्रोतों पर अवैध प्लॉटिंग की दलाली करने वाला प्रकृति-प्रेमी या समाजसेवक कैसे हो सकता हैं ? इस पर भाजपा के जिम्मेदार नेता और समाजसेवी संस्थायें मौन क्यों हैं ? अब इसमें सांसद व विधायक को गंभीर होने की आवश्यकता हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद अरुण साव और विधायक पुन्नूलाल मोहले को यह जानना और समझना होगा कि उनके और उनकी पार्टी के लिए जो नेता भस्मासुर की भूमिका में नजर आ रहे हैं, जो प्रकृति से छेड़छाड़ कर अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं, उनकी पहचान कर उनसे दूरी बनाए ताकि विधानसभा चुनाव पूर्व लोगों में एक संदेश जाए।