नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के उच्च शिक्षण संस्थानों से ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के तहत आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाने तथा इसके तहत होने वाली विभिन्न गतिविधियों का विषयवार कैलेंडर तैयार कर शिक्षकों, छात्रों और अन्य पक्षकारों के साथ साझा करने को कहा है।
यूजीसी के सचिव मनीष जोशी द्वारा सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं कालेज के प्राचार्यों को लिखे पत्र में कहा गया है कि ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के तहत उच्च शिक्षण संस्थान कई तरह की गतिविधियों का आयोजन कर रहे हैं। पत्र के अनुसार, इस संबंध में उच्च शिक्षण संस्थानों से फिर से आग्रह किया जाता है कि वे आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की संख्या बढ़ाने के लिए उपयुक्त कदम उठायें।
आयोग ने कहा है कि इन कार्यक्रमों के आयोजन में जन भागीदारी के साथ-साथ अमृतकाल के उद्देश्यों को हासिल करने पर भी जोर दिया जाए।
जोशी ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ कार्यक्रम में महिला एवं बच्चे, आदिवासी सशक्तिकरण, जल, सांस्कृतिक गौरव, समावेशी विकास, आत्मनिर्भर भारत, स्वास्थ्य, एकता विषय पर गतिविधियों का कैलेंडर तैयार कर सकते हैं।
इसमें कहा गया है कि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और कालेजों के प्राचार्यों से आग्रह किया जाता है कि वे विषयवार कैलेंडर तैयार कर इसे शिक्षकों, छात्रों और अन्य पक्षकारों के साथ साझा करें तथा उन्हें ऐसे कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
पत्र के अनुसार, उच्च शिक्षण संस्थानों से आग्रह किया जाता है कि वे यूजीसी के विश्वविद्यालय गतिविधि निगरानी पोर्टल पर भी इन गतिविधियों में हिस्सेदारी का ब्यौरा अपलोड करें।
ज्ञात हो कि ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 12 मार्च 2021 को प्रारंभ हुआ था और यह 15 अगस्त 2023 को सम्पन्न होगा।