Home मध्यप्रदेश लंबित प्रकरणों का जल्द करें निराकरण : सीईओ राजन

लंबित प्रकरणों का जल्द करें निराकरण : सीईओ राजन

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निर्वाचक नामावली के शुद्धिकरण की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
भोपाल।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश अनुपम राजन ने निर्वाचक नामावली के शुद्धिकरण को लेकर आज उप जिला निर्वाचन अधिकारियों व निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। ऑनलाइन हुई इस बैठक में प्रदेश के समस्त 52 जिलों के उप जिला निर्वाचन अधिकारी व 230 विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने फॉर्म 6, मृत मतदाताओं का नाम हटाने फॉर्म 7 और वोटर आईडी कार्ड में संशोधन के लिए लगने वाले फॉर्म 8 के लंबित चल रहे आवेदनों की समीक्षा की। समस्त उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को 10 दिन के भीतर सभी लंबित आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश दिए। जिलेवार हुई समीक्षा बैठक में बेहतर काम करने वाले जिलों की प्रशंसा की। जिलों में हर सप्ताह होने वाली (टीएल) समय-सीमा की बैठक में निर्वाचन से संबंधित गतिविधियों की समीक्षा करने व बीएलओ एप को जल्द से जल्द लॉगिन करने के निर्देश दिए।
बीएलओ एप के माध्यम से दर्ज करें
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा कि प्री-रिवीजन गतिविधियों के दौरान बीएलओ अपने अपने मतदान केंद्र की लेटेस्ट फोटो बीएलओ एप के माध्यम से दर्ज करें।
अग्रिम रूप से लें आवेदन
भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए एक साल में चार तिथियां निर्धारित की है। 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले सभी युवा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के पात्र हैं। ऐसे युवा जो 1 अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करेंगे, उनका आवेदन अग्रिम रूप से लेने के निर्देश दिए। इसके अलावा छूटे हुए मतदाताओं का नाम भी मतदाता सूची में जोड़े, जिससे कोई भी मतदाता, मतदान से वंचित न रह जाए।
महिला मतदाताओं का नाम जोड़ने आँगनवाड़ी, आशा, ऊषा कार्यकर्ता की लें मदद
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में पुरूष मतदाता की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या कम है, वहाँ महिला मतदाताओं का नाम जोड़ने आँगनवाड़ी, ऊषा, आशा कार्यकर्ता की मदद लें। बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बसंत कुर्रे उपस्थित रहे।