जगदलपुर। बस्तर संभाग में इस वर्ष बेमौसम बारिश के कारण अब तक तेंदूपत्ते की खरीदी शुरू नहीं हो पायी है। हालांकि तेन्दूपत्ता खरीदी को लेकर फड़ मुंशियों को तैयार कर लिया गया है, वहीं तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार को खरीदी शुरू होने का इंतजार है। तेंदूपत्ता तोड़ाई शुरू होने के पहले ही लॉट की आॅनलाइन बिक्री शुरू कर दिया गया है। तेंदूपत्ता संग्राहक खरीदी शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही तेंदूपत्ता खरीदी शुरू होने के घोषणा होती है, ग्रामीणों के पूरे परिवार के साथ जंगल की ओर निकल पड़ते हैं। ग्रामीणों के लिए तेंदूपत्ता अतिरिक्त आय का माध्यम है। सरकार प्रति मानक बोरा 4000 रूपए की दर से संग्राहकों से तेन्दूपत्ता खरीदी करती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीजापुर वन मंडल के तेन्दूपत्ता की क्वालिटी सबसे बेहतर होने के कारण हाथों हाथ बिक गया, जगदलपुर और सुकमा जिले में सबसे कम लॉट बिका है, ऐसे में इन लॉट की विभागीय स्तर पर खरीदी होगी। उल्लेखनीय है कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में बीड़ी का लोगों के द्वारा कम उपयोग होने के कारण तेन्दूपत्ता के उपयोग में आई गिरावट के कारण तेन्दूपत्ता के खरीददार नहीं मिल रहे हैं। बस्तर वन वृत्त के 119 लॉट में से अब तक 78 लॉट तेंदूपत्ता की अग्रिम बिक्री हो चुकी है। बीजापुर में 45 में 45, सुकमा में 48 में 16 और दंतेवाड़ा वन मंडल में 11 में 10 लॉट की बिक्री हुई है। विभाग जिन लॉट की बिक्री नहीं हुई है, उन लॉट के लिए पुन: टेंडर जारी करेगा।