नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में दाखिल दूसरे पूरक आरोपपत्र में एक निजी कंपनी चैरिअट प्रोडक्शन्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड का नाम शामिल किया है। कंपनी पर आरोप है कि उसने घोटाले के 31 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने और उसके इस्तेमाल में मदद की। आम आदमी पार्टी ने गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार-प्रसार के लिए इस कंपनी की सेवाएं ली थीं।
चैरिअट प्रोडक्शन्स मीडिया को धनशोधन निरोध अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। कंपनी का गठन नवंबर 2013 में हुआ था। इसका प्रवर्तक राजेश जोशी भी इस मामले में आरोपी है।
ईडी का दावा है कि कंपनी ने घोटाले के जरिए कमाए गए 31 करोड़ रुपए को ट्रांसफर करने और उसका इस्तेमाल करने के लिए हवाला ऑपरेटरों का इस्तेमाल किया। इससे चैरिअट प्रोडक्शन्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के वेंडरों को आंशिक भुगतान किया गया जिनकी सेवाएं कंपनी ले रही थी।
सूत्रों के अनुसार, ईडी के आरोपपत्र में कहा गया है, आरोपी कंपनी ने आपराधिक तरीके से कमाए गए पैसे में से 31 करोड़ रुपये को ट्रांसफर और इस्तेमाल किया। वे यहीं नहीं रुके। उन्होंने प्रॉपर्टी का एक हिस्सा अपने पास रखा, उसे ट्रांसफर किया और उसका इस्तेमाल किया। इस तरह चैरिअट प्रोडक्शन मीडिया प्राइवेट लिमिटेउ धनशोधन में लिप्त रही है। अदलत ने अभी आरोपपत्र का संज्ञान नहीं लिया है।