जगदलपुर। बस्तर जिला मुख्यालय में वीर सावरकर सभागार में शुक्रवार को आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के लिए सुपरवाइजरों को प्रशिक्षण दिया गया। पूरे प्रदेश में एक साथ शनिवार 1 एक अप्रैल से प्रारंभ हो रहे सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के लिए कलेक्टर चंदन कुमार ने सभी को टीम भावना के साथ कार्य करने पर जोर दिया।
कलेक्टर ने कहा कि सर्वेक्षण हेतु सुपरवाइजरों को महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है। आपका दायित्व है कि प्रगणकों के समूह के साथ उचित समन्वय स्थापित कर उनकी आवश्यकता अनुसार आवश्यक सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित करना है। साथ ही ग्राम पंचायत के सरपंच सचिवों के सहयोग से संपूर्ण सर्वेक्षण कार्य को पूर्ण कराएं। बस्तर जिले में इसके लिए 456 प्रगणक दल नियुक्त किए गए हैं। साथ ही तकनीकी एवं प्रशासनिक सहयोग के लिए जिला और जनपद स्तर पर नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। सर्वेक्षण कार्य में जानकारी गुणवत्तायुक्त हो, ताकि शासन को आगामी योजना के निर्माण में सहुलियत हो। सर्वेक्षण हेतु जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को सहायक दल के तौर पर ग्राम सचिव, रोजगार सहायक व राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के दल को भी तैयार रखने के निर्देश दिए।
प्रशिक्षण कार्यशाला को जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रकाश सर्वे ने सर्वेक्षण कार्य की गुणवत्ता को परखने के लिए जनपद पंचायत केमुख्य कार्यपालन अधिकारी और पर्यवेक्षकों को भी मैदानी भ्रमण करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण कार्य से कोई भी व्यक्ति न छूटे, इस उद्देश्य के साथ कार्य को पूर्ण करना है। मास्टर ट्रेनर के तौर पर महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज के संजय त्रिवेदी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।