कांकेर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर (Kanker) जिले में एक बार फिर नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट कर सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है। यह ब्लास्ट जिले के अति नक्सल प्रभावित कोइलीबेड़ा क्षेत्र के चिलपरस कैंप से ढाई किलोमीटर की दूरी पर कागबरस में हुआ है। इस ब्लास्ट की चपेट में आने से बीएसएफ के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायल जवानों को प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रिफर किया गया।
सर्चिंग पर निकले थे बीएसएफ के जवान
कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र कोइलीबेड़ा में सर्चिंग पर निकले बीएसएफ के जवान आइईडी की चपेट में आने से घायल हो गए है। कांकेर पुलिस अधीक्षक ने घटना की पुष्टि की है।
कांकेर पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने बताया की बीएसएफ की टीम एरिया डॉमिनेशन के लिए सर्चिंग पर निकले हुए थे। चिलपरास कैंप से ढाई किलो मीटर की दूरी पर डूडा और कागबरस के बीच नाले में नक्सलियों ने आइईडी प्लांट कर रखा था जिसकी चपेट में आकर बीएसएफ के दो आरक्षक घायल हो गए।
चिलपरस में बीएसएफ ने खोला नया कैंप
आरक्षक दिल्ली निवासी सुशील कुमार के चेहरे व आंख में तथा राजस्थान निवासी आरक्षक छोटू राम के दाहिने पैर व हाथ में चोट आई है। घायल जवानों का प्राथमिक उपचार कर रायपुर रिफर किया गया है। गौरतलब हो कि हाल ही में चिलपरस में बीएसएफ ने नवीन कैंप खोला है, जिससे नक्सलियों में बौखलाहट है।
नक्सली लगातार इस इलाके में घटना को अंजाम दे रहे है। बीते दिनों चिलपरस कैंप से सात किलोमीटर दूर आलपरस में सड़क निर्माण कार्य में लगे 12 वाहनों में आगजनी की थी। ठेकेदार द्वारा पुलिस को बिना सूचना दिए निर्माण कार्य किया जा रहा था। कैंप खुलने के बाद से सुरक्षाबलो द्वारा लगातार इलाके में सर्चिंग की जा रही है। जिससे नक्सली बैकफुट पर हैं।