बिलासपुर। राजनांदगांव – कलमना रेल मार्ग दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की एक महत्वपूर्ण तथा व्यस्त रेल मार्ग है, जो इस पूरे क्षेत्र को उत्तर भारत से जोड़ती है। परिचालन को और भी सुचारू तथा नई गाडियों के मार्ग प्रशस्त करने के लिए नई लाइनों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इससे आधारभूत संरचना में विकास के साथ नई यात्री सुविधाओं में वृद्धि के साथ यात्री ट्रेनों भी प्रभावित नही होगी। इसी दिशा में सक्रिय रूप से कार्य करते हुए राजनांदगांव से कलमना के बीच तीसरी लाइन का कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत राजनांदगांव-कलमना सेक्शन के गंगाझरी रेलवे स्टेशन को तीसरी रेल लाइन में विद्युतीकरण के लिए नॉन इंटर लॉकिंग का कार्य किया जाएगा। ज्ञात हो कि राजनांदगांव-कलमना रेलमार्ग की लंबाई 228 किलोमीटर है, जिसके विभिन्न स्टेशनों को तीसरी लाइन से जोड़ा भी जा चुका है। इस कार्य को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है।
इस कार्य को तीव्र गति से पूरा करने हेतु नागपुर मंडल के गंगाझरी स्टेशन में तीसरी लाइन कनेक्टिविटी के अंतर्गत नान-इंटरलाकिंग का कार्य 5 मार्च, को सुबह 10.00 बजे से 22.00 बजे तक (अर्थात 12 घंटे में) किया जाएगा। अभिनव तरीके से संपादित किए जाने वाले इस कार्य के सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें किसी भी यात्री ट्रेन को कैंसिल,रेगुलेशन, रिशिड्यूलिंग, शॉर्ट टर्मिनेटिंग, डाइवर्जिंग नही किया जा रहा है। इसके तहत नान-इंटरलाकिंग कार्य 1 दिन में किया जाएगा।
राजनांदगांव-कलमना तीसरी लाइन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की एक बहुत महत्वपूर्ण लाइन है, जो मध्य भारत के इस क्षेत्र को उत्तर भारत से जोड?े हेतु सेतु का कार्य करती है। नागपुर से बिलासपुर और उससे भी आगे इस पूरे क्षेत्र की मध्य भारत और दिल्ली, मुंबई, मद्रास, कोलकत्ता, भोपाल, जबलपुर, कोटा, इलाहाबाद जैसे महत्वपूर्ण नगरों से जुड़ाव इसी लाइन के द्वारा होता है। तीसरी लाइन का कार्य पूरा होते ही भविष्य में गाडि?ों के परिचालन में गतिशीलता आने के साथ ही इस क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास के नए आयाम प्रशस्त होंगे।