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कोतवाली पुलिस ने किया अंधी हत्या का खुलासा

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मृतक की पत्नी ही निकली हत्या की आरोपी
सिंगरौली।
कोतवाली क्षेत्र के गोभा चौकी अंतर्गत 21 फरवरी को बरदघटा गांव निवासी वीरेन्द्र गुर्जर का शव घर से कुछ दूरी पर पड़ा पाया गया था। घटना की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने मामले की तफ्तीश प्रारंभ की। घटना की रिपोर्ट मृतक की पत्नी कंचन गुर्जर ने दर्ज करवायी थी। तफ्तीश के दौरान पाया गया कि मृतक की पत्नी फरियादिया कंचन गुर्जर ने ही वीरेन्द्र की हत्या की है। गुरूवार को कोतवाली प्रभारी अरूण पाण्डेय ने मामले का खुलासा करते हुये बताया कि मृतका द्वारा हत्या के साक्ष्य को छिपाने के लिए पुलिस तथा परिवार को गुमराह करने का प्रयास किया गया परन्तु जब कड़ाई से पूछताछ की गयी तो उसने पूरा राज उगल दिया। कोतवाली पुलिस ने आरोपिया को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 21 फरवरी को बरदघटा गांव निवासी वीरेन्द्र गुर्जर पिता मातीलाल गुर्जर उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम बरदघटा बलछेरा टोला चौकी गोभा थाना वैढ़न का शव उसके घर से करीबन 600-700 मीटर की दूरी पर सड़क के किनारे पड़ा हुआ पाया गया था। मृतक के गले एवं गुप्तांग में चोटों के निशान थे। फरियादियां कंचन गुर्जन की सूचना पर थाना वैढ़न में अपराध क्रमांक 241/23 धारा 302 भादवि व मर्ग कायम कर जांच विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान मामले को वरिष्ठ अधिकारियों को विगत कराया गया। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक सिंगरौली बीरेन्द्र कुमार सिंह द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक देवेश कुमार पाठक एवं थाना प्रभारी वैढ़न को मामले की गंभीरता से विवचना कर अज्ञात आरोपियों की पतारसी व गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया। प्रकरण की विवेचना हेतु थाना प्रभारी नवानगर को भी लगाया गया था। कोतवाली पुलिस द्वारा तीन टीमें गठित कर प्रकरण का बारीकी से निरीक्षण कर गवाहों के कथन लिये जाकर बारीकी से साक्ष्य संकलन किया गया एवं गोपनीय तरीके से सुरागरसी की गयी। विवेचना के दौरान मृतक की पत्नी कंचन गुर्जर के कथनों में विरोधाभास पाये जाने पर कड़ाई से पूछताछ की गयी तब मृतक की पत्नी द्वारा बताया गया कि उसका पति मृतक बीरेन्द्र गुर्जर काफी मारपीट कर उसे प्रताड़ित करता था, वह अपने पति की पांचवी पत्नी थी उसके पहले की चार पत्नियां मृतक की मारपीट प्रताड़ना के कारण उसे छोड़कर चली गयी थी। पति की प्रताड़ना से प्रताड़ित होकर पत्नी आरोपिया कंचन गुर्जर अपने पति बीरेन्द्र को जान से मारने की योजना बनायी थी तथा प्लान बनाकर उसकी हत्या कर दी।
योजना अनुसार आरोपियां कंचन गुर्जर के द्वारा नींद की गोली खिलाकर पति की हत्या की योजना बनाकर घटना से 14 दिन पूर्व दो पत्ता नींद वाली 20 गोली ली और दिनांक 20 फरवरी को जब पति मृतक बीरेन्द्र गुर्जर दोपहर लकड़ी काटकर घर आया तब आरोपिया कंचन गुर्जन के द्वारा अपने पति मृतक बीरेन्द्र गुर्जर के खाने में 20 नींद की गोली पीसकर मिला दी जिससे मृतक बीरेन्द्र खाना खाने के बाद अपने कमरे में सो गया। जब मृतक गहरी नींद व बेहोसी की हालत में था तब आरोपिया कंचन गुर्जर द्वारा मृतक का गला दबाकर हत्या कर दी और उस कमरे में बाहर से ताला लगा दी तथा जब बच्चे स्कूल से वापस घर और पिता के बारे में पूछे तो आरोपियां कंचन गुर्जर बतायी की पापा लकड़ी काटने गये हैं। रात्रि में करीबन 1 बजे जब लड़के बच्चे खाना पीना खाकर सो गये तब योजना अनुसार आरोपिया के द्वारा अपने पति की लाश को कथरी से लपेटकर रस्सी से बांधकर सायकल के फ्रेम वाले भाग में रखकर घर से करीब 600-700 मीटर दूर ग्राम उर्ती में रोड के किनारे एकांत स्थान पर ले जाकर फेंक दी था।
पुलिस एवं परिवार को गुमराह करने के लिए आरोपिया ने कुल्हाडी से मृतक के सामने गले व गुप्तांग में काट कर चोंट पहुंचायी ताकि सभी को लगे की मृतक की हत्या अवैध संबंध के कारण हुयी है। लाश को ठिकाने लगाने के बाद आरोपिया के द्वारा मृतक के कपड़े, चप्पल, कथरी, कुल्हाड़ी, रस्सी आदि को जला दिया गया तथा नींद की गोली के रेपर को गेहूं के खेत में फेंककर छुपा दी गयी व घटना के उपयोग की गयी सायकल कमरे में रख दी थी। विवेचना में आयी साक्ष्य के आधार पर मामले में धारा 201भादवि बढ़ाई गयी तथा आरोपिया कंचन गुर्जर के कब्जे से साक्ष्य एकत्रित कर आरोपिया श्रीमती कंचन गुर्जर पत्नी स्व. बीरेन्द्र कुमार गुर्जर उम्र 32 वर्ष निवासी बरदघटना बलछेरा टोला चौकी गोभा थाना वैढ़न को दिनांक 1 मार्च को गिरफ्तार किया गया एंव 2 मार्च को माननीय न्यायालय पेश किया गया है। पुलिस अधीक्षक द्वारा अनुसंधान में लगी सम्पूर्ण टीम को इस उल्लेखनीय कार्य हेतु नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी है।
कार्यवाही में निरीक्षक अरूण कुमार पाण्डेय, निरीक्षक रावेन्द्र द्विवेदी, उनि अखिलेश अग्रिहोत्री, उनि उदयचंद करिहार, उनि विनोद ङ्क्षसह, सउनि छत्रपाल पाण्डेय, सउनि पप्पू सिंह, अरविन्द द्विवेदी, म.प्रआर सोहागिया पटेल, प्रआर नंदकिशोर बागरी, अतुल तिवारी, जितेन्द्र सेंगर, आर. देवेनद्र सिह एवं आर. अभिमन्यू उपाध्याय की महत्वपूर्ण भूमिका रही।