Home Uncategorized अधिवेशन में राहुल गांधी बोले – ‘हमारी पार्टी सत्याग्रही और भाजपा सत्ताग्रही’

अधिवेशन में राहुल गांधी बोले – ‘हमारी पार्टी सत्याग्रही और भाजपा सत्ताग्रही’

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रायपुर। कांग्रेस के 85वें राष्‍ट्रीय अधिवेशन का आज तीसरा और आखिरी दिन है। राहुल गांधी ने आखिरी दिन अधिवेशन को संबोधित करते हुए भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान मैं देश के सभी तबके से मिला, भारत जोड़ो यात्रा से मैंने बहुत कुछ सीखा है। वहीं, अधिवेशन का समापन रविवार को दोपहर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषण के साथ होगा।
भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र किया
भारत जोड़ो यात्रा के अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा, “मैं सोचता था कि फिट हूं, 20-25 KM चल लूंगा, लेकिन यात्रा शुरू होते ही घुटने का पुराना दर्द लौट आया और 10-15 दिनों में मेरा अहंकार खत्म हो गया। भारत माता ने मुझे संदेश दिया- तुम अगर कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने निकले हो तो दिल से अहंकार मिटाओ, वर्ना मत चलो।
बीजेपी पर हमलावर हुए राहुल गांधी
राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “हम हैं सत्याग्रही और भाजपा सत्ताग्रही है। वे लोग सत्ता पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। मैंने अदाणी से कहा कि वो 106 नंबर से 2 पर कैसे पहुंचे।”
अदाणी की कंपनी को किया टारगेट
राहुल गांधी ने कहा, “मैंने संसद में एक उद्योगपति के खिलाफ मोर्चा खोला। मैंने एक फोटो दिखाई, जिसमें मोदीजी अदाणी के साथ प्लेन में बैठे हैं। मैंने पूछा रिश्ता क्या है, तो भाजपा सरकार के सभी मंत्री अदाणी की रक्षा करने लग गए। अदाणी पर हमला करने वाला देश द्रोही और अदाणी देशभक्त बन गए। भाजपा और संघ उस व्यक्ति की रक्षा कर रहे हैं, सवाल ये है कि रक्षा क्यों कर रहे हैं। ये जो शेल कंपनियां हैं, हजारों करोड़ रुपया हिंदुस्तान भेज रही हैं, ये किसकी हैं, इसमें किसका पैसा है, जांच क्यों नहीं हो रही है, जेपीसी क्यों नहीं बन रही है।”
पिछले साल उदयपुर चिंतन शिविर में कांग्रेस ने कई संकल्पों के साथ आगे बढ़ने का फैसला लिया था। इसमें राहुल गांधी द्वारा पेश किया प्रस्ताव ‘वन मैन वन पोस्ट’ भी शामिल था। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कई बार इस मंत्र को दोहराया।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के वक्त भी यह संकल्प पार्टी नेताओं में देखा गया था। लेकिन, रायपुर में हुए कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन में कांग्रेस संशोधन समिति ने राहुल गांधी के इस प्रस्ताव से किनारा कर दिया है। संविधान संशोधन समिति ने पिछले साल उदयपुर में आयोजित चिंतन शिविर में जिस बड़े प्रस्ताव वन मैन वन टिकट फॉर्मूले को अपनाने का संकल्प लिया था, उससे किनारा कर दिया है। यह नारा राहुल गांधी ने खुद दिया था। यही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव और भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी राहुल गांधी इस संकल्प को लगातार दोहराते दिखे।
हाथ से हाथ जोड़ो जनसभा
आज कृषि, सामाजिक न्याय और युवा मामले संबंधी प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा। समापन अवसर पर आयोजित जनसभा में पार्टी के दिग्गज नेता शामिल होंगे। इस जनसभा को ‘हाथ से हाथ जोड़ो जनसभा’ नाम दिया गया है।
‘एक परिवार एक टिकट’ पर भी अस्पष्टता
दिलचस्प बात यह है कि चिंतन शिविर का दूसरा सुधार ‘वन फैमिली, वन टिकट’ फॉमूेला था। यह नियम गांधी परिवार पर भी लागू होगा। संशोधन समिति ने इस प्रस्ताव से भी किनारा कर दिया है। उदयपुर चिंतन शिविर में यह कदम यह दिखाने की कोशिश थी कि कांग्रेस पर लगातार लग रहे परिवारवाद वाले आरोपों से खुद को बचाया जाए। चिंतन शिविर में अपने भाषण में, राहुल गांधी ने उल्लेख किया था कि केसी वेणुगोपाल प्रस्ताव से सहमत नहीं थे।