लंदन। ISIS Terrorist Shamima Begum ब्रिटेन से भागकर सीरिया में आईएसआईएस (ISIS) में शामिल होने वालीं बांग्लादेशी मूल की शमीमा बेगम को ब्रिटिश कोर्ट से झटका लगा है। ब्रिटेन का रिटर्न टिकट पाने की कोशिश में लगी शमीमा को ब्रिटिश कोर्ट ने उनको नागरिकता देने और वापसी की उनकी याचिका को खारिज कर दिया है।
आइए 5 प्वाइंट में इस मामले की एबीसीडी जानें..
बांग्लादेशी मूल की शमीमा बेगम 15 साल की उम्र में ही ब्रिटेन छोड़कर अपने दोस्तों के साथ सीरिया चली गई थी। सीरिया जाकर उसने एक आईएसआईएस लड़ाके के साथ शादी कर ली थी।
पूर्वी लंदन से भागी शमीमा को आईएस लड़ाके से शादी करने के चलते ISIS दुल्हन भी कहा जाता है। लड़ाके से उसे 3 बच्चे हुए थे जो बाद में मारे गए थे। शमीमा बेगम उन आतंकियों में से एक है जिन्होंने इस्लामवादी चरमपंथियों के साथ रहने के बाद और सीरिया में आइएस के आतंकी अड्डों के खात्मे के बाद वापसी की अपील की थी।
फरवरी 2019 में ISIS दुल्हन ने ब्रिटेन के विशेष आव्रजन अपील आयोग (SIAC) में अपनी नागरिकता वापसी की मांग की थी। इससे पहले वहां के सुप्रीम कोर्ट ने भी नागरिकता की लड़ाई के लिए ब्रिटेन की एंट्री नहीं दी थी। बता दें कि ब्रिटेन के तत्कालीन आंतरिक मंत्री साजिद जाविद ने उसकी नागरिकता राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर रद कर दी थी।
बता दें कि वर्तमान में शमीमा सीरिया में हिरासत शिविर में है और ब्रिटेन वापसी की कोशिश में लगी हैं। पिछले साल एक डॉक्यूमेंट्री में उसने कहा था कि सीरिया पहुंचने पर उसे जल्दी ही एहसास हो गया था कि आईएस खिलाफत की संख्या बढ़ाने के लिए लोगों को फंसा रहा है।