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जैमुरा में रेडियो किसान दिवस का हुआ आयोजन, किसानों को दी गई उन्नत खेती की जानकारी

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किसानों के समस्याओं और जिज्ञासाओं का भी किया गया समाधान
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक और महाविद्यालय के प्रोफेसरों ने दिया किसानों को तकनीकी जानकारी

रायगढ़। आकाशवाणी रायगढ की ओर से खरसिया विकास खंड के जैमुरा में रेडियो किसान दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक और महाविद्यालय के प्रोफेसरों के साथ ही पशुपालन, कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य पालन समेत अन्य विभागों से पहुंचे जानकारों ने किसानों को तकनीकी जानकारी दी। साथ ही किसानों के कृषि संबंधित जिज्ञासाओं और समस्याओं का समाधान भी किया। इसके पहले मां भारती के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की गई और कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे की वंदना से की गई। किसानवाणी में चवल पटेल ने सरस्वती वंदना का गायन किया। साथ ही समूह में छ.ग के राजकीय गीत का भी गायन किया गया। इसके पहले आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिशासी और किसानवाणी प्रभाग के प्रभारी अधिकारी शशि प्रकाश पांडेय ने रेडियो किसान दिवस के उद्देश्य और रेडियो किसानों के लिए किस तरह का कार्यक्रम आयोजित करता है उसकी जानकारी दी। इस कार्यक्रम में उद्घोषक रमाशंकर शुक्ला, धवल किषोर गुप्ता, दिलीप चौधरी, मुकेष चतुर्वेदी, रामबिलास पटेल, वेणुधर पटेल, सुशील प्रधान, स्वतंत्र महंत और आकाशवाणी इंजीनियरिंग सेक्शन से श्री कुशवाहा समेत दर्जनों की संख्या में किसान और ग्रामीण उपस्थित थे।
हर साल 15 फरवरी को रेडियो किसान दिवस का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम के लिए ऐसे गांवों का चयन किया जाता है जहां वृहद रूप से खेती-किसानी के अलावा आय बढ़ाने की दिशा में काम किया जाता है। आकाशवाणी का किसानवाणी प्रभाग किसानों की आय वृ़िद्ध करने की थीम पर काम करते आ रहा है। इसके लिए रेडियो के माध्यम से नए-नए तरीके बताए जाते है और विशेषज्ञों द्वारा जानकारी भी दी जाती है। साथ ही प्रगतिशील किसानों के अनुभवों को भी रेडियो कार्यक्रम के माध्यम से साझा किया जाता है। इसी कड़ी में रेडियो किसान दिवस कार्यक्रम का आयोजन खरसिया ब्लॉक के जैमुरा गांव में आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित किसानों ने पशुपालन, जैविक खेती, धान-गेहूं, सब्जी की खेती, टसर उत्पादन को लेकर कई तरह के सवाल किए जिसका जवाब विशेषज्ञों द्वारा दिया गया। पशुपालन विभाग के वीएएस डॉ पूरन पटेल ने पशुपालन की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि खेती और पशुपालन किस तरह एक दूसरे के पूरक हैं। साथ ही खेती से संबंधित अन्य कई तरह की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक और केवीके प्रमुख डॉ बीएस राजपूत, सेवानिवृत्त एसडीओ डीएस तोमर, डॉ राजकिरण पटेल, डॉ रजनी पटेल, एसएमएस केडी महंत, सहायक प्राध्यापक जीआर राठिया, एग्रीकल्चर कॉलेज के डीन डॉ एके सिंह, डॉ संजीव कुमार समेत किसान और ग्रामीण उपस्थित रहे।