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कर्णावती लिटरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल में हुई दृष्टिकोण, विचारों का आदान-प्रदान, प्रासंगिक विषयों पर हुई

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रायपुर। कर्णावती लिटरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल (केएलएफएफ) 2023 विचारों के मुक्त प्रवाह, मनोरंजक चचार्ओं और विपरीत विचारों और विभिन्न दृष्टिकोणों की झलक के साथ एक हाई नोट पर संपन्न हुआ। कर्णावती विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित फिल्म, थिएटर और साहित्य का चार दिवसीय उत्सव केएलएफएफ 2023 रविवार को संपन्न हुआ। कर्णावती विश्वविद्यालय एक स्टेट प्राइवेट यूनिवर्सिटी है, जो शिक्षण में उत्कृष्टता के लिए समर्पित है और इंटरडिसिप्लिनरी शिक्षा पर केंद्रित है। केएलएफएफ 2023 एक बेहतरीन पहल थी, जिसने अविश्वसनीय क्रिएटिव सेशन के माध्यम से साहित्य, फिल्म, रंगमंच, लोक, कला और संस्कृति को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया। इस फेस्टिवल में दिलचस्प स्पीकर सेशन, इंटरएक्टिव पैनल डिस्कशन, वर्कशॉप और कई शानदार प्रदर्शन देखने को मिले।
भारत और विदेशों के फिल्म निमार्ताओं, अभिनेताओं, निर्देशकों, थिएटर कलाकारों, लेखकों और कवियों सहित लगभग 80 वक्ता केएलएफएफ 2023 का हिस्सा थे। छात्रों, पत्रकारों, लेखकों और साहित्य और फिल्म लवर्स सहित 5000 से अधिक प्रतिभागियों ने केएलएफएफ 2023 में भाग लिया। केएलएफएफ 2023 में अपने विचार साझा करने वाले कुछ प्रमुख वक्ताओं में प्रसिद्ध अमेरिकी एग्जीक्यूटिव फिल्म प्रोड्यूसर डेविड वाल्डेस; प्रसिद्ध लेखक, क्रिस्टोफर डॉयल, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता, पवन मल्होत्रा और रजित कपूर; अनुभवी अभिनेता और लेखक कबीर बेदी; लोकप्रिय पटकथा लेखक, अंजुम राजाबली; सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता और लेखक, जे साई दीपक; सुश्री रजनी थिंडियाथ, पूर्व संपादक, टिंकल कॉमिक्स; अभिनेता विनीत कुमार; फिल्म निर्देशक, श्रीनिवास पात्रो और लेखक, अरुण कृष्णन; फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर आनंद पंडित और अभिनेत्री अदा शर्मा सहित कई अन्य शामिल थे।
चार दिवसीय उत्सव में प्रासंगिकता के विषयों पर कुछ महत्वपूर्ण चचार्एं हुईं, जिसमें वक्ताओं ने एक ऐसे युग में किताबें और फिल्में और गीत लिखने के बारे में अपनी चिंताओं को व्यक्त किया, जब ध्यान देने की अवधि कम हो रही है और सामग्री का उपभोग करने के लिए प्लेटफार्म और मीडिया बहुत हैं। कई सम्मानित अभिनेताओं और लेखकों ने भी उत्कृष्टता प्राप्त करने की उनकी यात्रा और विभिन्न मीडिया के लिए लेखन की उनकी क्रिएटिव प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से बात की।
कर्णावती विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट रितेश हाडा ने कहा कि कर्णावती विश्वविद्यालय में, हमारा निरंतर प्रयास है कि हम विभिन्न विषयों पर सार्थक संवाद के लिए मंच तैयार करें। हम सोशल मीडिया और सूचनाओं से भरपूर युग में लगातार बदलती दुनिया में हैं, जहां अटेंशन स्पैन दिन प्रतिदिन कम होता जा रहा है, केएलएफएफ रोजमर्रा की जिंदगी, हमारे आस-पास की दुनिया और यहां तक कि वैकल्पिक वास्तविकताओं से कहानियों की तलाश करने और बताने के लिए लगातार रचनात्मक गतिविधियों में लगे रहने वाले कहानीकारों, लेखकों और ओरिजनल कंटेंट क्रिएटर्स के माध्यम से विचारों को वापस लाने का एक प्रयास था।