नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में ठंड ने दस्तक दे दी है। पहाड़ों पर भारी बर्फबारी से कई इलाकों में तापमान माइनस में चला गया है। वहीं, मैदानी हिस्सों में पछिया हवा ने भी पारे को लुढ़का दिया है। हालांकि, मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में इस साल कम ठंड पड़ सकती है। जाड़े के महीनों में इन राज्यों का तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने गुरुवार को कहा कि उत्तर पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर के अधिकांश हिस्सों और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में दिसंबर, जनवरी और फरवरी में दिन के समय में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की उम्मीद है। वहीं, दक्षिण और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में इस दौरान तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। इसका मतलब यह हुआ कि इन हिस्सों में इस साल अधिक ठंड पड़ने की संभावना है। महापात्रा ने कहा कि जलवायु संबंधी कारणों और पूर्वी हवाओं के प्रसार के कारण अधिकतम तापमान के सामन्य से अधिक रहने की उम्मीद है। महापात्र ने कहा कि एमएमसीएफएस और अन्य वैश्विक मॉडल बताते हैं कि आने वाले सर्दियों के मौसम में ला नीना की स्थिति जारी रहने की संभावना है। प्रशांत महासागर के ऊपर अल नीनो भी भारतीय जलवायु को प्रभावित करते हैं।
दिसंबर के दौरान अधिकतम तापमान पूर्व और पूर्वोत्तर राज्यों के अधिकांश हिस्सों और मध्य और उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। वहीं, उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में इसके सामान्य से कम अधिकतम तापमान रहने की संभावना है। पूरे देश में दिसंबर के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है। दक्षिण प्रायद्वीप के कुछ क्षेत्रों और उत्तर-पश्चिम के कुछ इलाकों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।