कोंडागांव। जिला मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत मसोरा के जामकोटपारा में रहने वाले रामप्रसाद यादव परिवार के घर में बने कुंआ से पिछले चार माह से लगातार गर्म उबलता पानी निकल रहा है। यादव परिवार ने बातया कि, वे पहले इस कुंआ का पानी खाने-पीने में उपयोग किया करते थे। लेकिन जब से गर्म उबलता हुआ पानी इस कुंआ से निकलने लगा है, इसके बाद से उन्होंने इस कुंआ का पानी ही पीना बंद कर दिया है। केवल निस्तारी के लिए ही कुंआ के पानी का उपयोग कर रहे है। उन्होने बताया कि गर्म पानी निकलने से पहले जैसा कुएं के पानी का स्वाद था, आज भी पानी का स्वाद वैसा ही है, अंतर केवल पानी के ठंडा से गर्म होने में आया है। परिवार वालों की माने तो उन्होंने अब तक इसकी सूचना किसी विभाग आदि को नहींं दिया है।
जगदलपुर के भूगर्भ शास्त्री किशोर पानीग्राही ने बताया कि भूगर्भ में सल्फर खनिज के स्त्रोत के संपर्क से कुएं का पानी गर्म हो रहा है। वहीं एक जगह गर्म और एक जगह समान्य स्थिति में पानी के मिलने पर उन्होने कहा कि सल्फर स्त्रोत के संपर्क में पानी के नही आने से समान्य पानी मिल रहा है। उन्होने बताया कि बस्तर संभाग में अब तक सल्फर खनिज के स्त्रोत से गर्म पानी कहीं भी नही मिला था, यह पहला मामला प्रकाश में आया है। देश के अन्य प्रदेशों में तप्त कुण्ड के नाम से जाने वाले कई जगह हैं, वह भी सल्फर खनिज के स्त्रोत के संपर्क से वहां का पानी गर्म मिलता है।
परिवार के मुखिया रामप्रसाद यादव ने बताया कि बारिश के दिनों में उने घर के पास ही अकाशीय बिजली गिरी थी। इसके दूसरे दिन से उनके कुंआ में गर्म पानी आने लगा पहले तो वे डर गए, लेकिन धीरे-धीरे सब कुछ समान्य तो हो गया, लेकिन परिवार वालों ने इसके बाद से कुंआ के पानी का उपयोग रसोई में करना बंद कर दिया है। ज्ञात हो कि, कुंआ से तकरीबन 20 फिट की दूरी पर ही एक बोर भी है जिसके पानी में अब तक कोई अंतर नहीं है, वह समान्य है। वहीं पडोस में रहने वाले डिगेश्वर पटेल कहते है कि जब मुझे कुंआ से गर्म पानी निकलने की जानकारी मिली तो पहले मैं इसे मजाक समझ रहा था, लेकिन जब हकीकत देखने पहुंचा तो आश्चर्य हुआ कि कुएं से वाकई गर्म उबलता हुआ पानी निकल रहा है।