Home मध्यप्रदेश ‘हजारों साल से बह रही है नर्मदा मैया, वह सरकार के भरोसे...

‘हजारों साल से बह रही है नर्मदा मैया, वह सरकार के भरोसे थोड़े ही है’

53
0

अनूपपुर। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक नवजात बछड़े को गोद में लेकर दुलार भी किया। अमरकंटक प्रवास के दौरान वे पार्टी नेताओं से दूरी बनाए हुए हैं। उन्होंने सर्किट हाउस में पार्टी नेताओं से मिलने से इनकार कर दिया। सर्किट हाउस में रुकने के बाद वह पैदल मंदिर पहुंची। रात्रि कालीन आरती में सम्मिलित हुई थीं।
उमा भारती पवित्र नगरी अमरकंटक में हैं। यहां कुछ देर सर्किट हाउस में रुकने के बाद पैदल मंदिर तक उमा भारती मां नर्मदा मंदिर पहुंची और मां नर्मदा के दर्शन किए। इस दौरान पुष्पराजगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी विवेक केवी, नगर पंचायत सीएमओ चैन सिंह परस्ते एवं पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
सरकार के भरोसे थोड़ी हैं नर्मदा मैया, नर्मदा भक्त करें सफाई
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती जबलपुर से अमरकंटक जाते समय अल्प समय के लिए डिंडोरी पहुंची। यहां रेस्ट हाउस में उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि हजारों साल से नर्मदा मैया बह रही है। वह सरकार के भरोसे थोड़े ही है। नर्मदा भक्त साफ सफाई करें, गंदगी को न मिलने दें, नर्मदा किनारे गंदगी न करे।
केंद्र सरकार ने स्वच्छता अभियान चलाया, सुविधाघर बनवाए, इससे गंदगी कम हुई है। पहले तो नर्मदा के किनारे चलना मुश्किल था। मैंने खुद गंगा नदी के किनारे उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के लगभग चार हजार गांवों को ओडीएफ करवाया था। नदी के किनारे होने वाले धार्मिक आयोजनों में साधु-संत भी अपील करे कि श्रद्धालु गंदगी न फैलाए, साफ सफाई करें।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि सरकार का काम सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा, सरकारी अस्पतालों में अच्छा इलाज, प्रदेश में अच्छी सड़कें बनवाना, भ्रष्टाचार मुक्त शासन, अच्छी कानून व्यवस्था और बेरोजगारों को रोजगार से जोडऩे का है।
उमा भारती का फिर छलका दुख
इससे एक दिन पहले डिंडौरी से अमरकंटक जाते समय मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता उमा भारती रविवार देर शाम अल्प प्रवास पर डिंडौरी में रुकी थी। यहां रेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने एक बार फिर प्रदेश में शराब बिकरी को लेकर चक्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि, जगह-जगह शराब बिक रही है, इसका मुझे बहुत दुख है।
बातचीत के दौरान उमा भारती ने कहा कि, शनिवार को मैं धुंआधार भेड़ाघाट में थी। वहां के लोगों का कहना था कि, शहर में गली – गली शराब बिक रही है। तर्क ये दिया जाता है कि, शराब दुकानें बंद हैं, लेकिन इसके बावजूद भी वहां अधिक अवैध शराब बिक रही है। वैध बिक्री भी बंद होना चाहिए। पार्टी और सरकार पर उन्होंने भरोसा तो जताया, लेकिन ड्राफ्ट को लेकर आशंका भी जाहिर की।