पंडरिया(कबीरधाम)। नगर के एक मकान को लेकर चचेरे भाई ने अपनी ही बहन के ऊपर जानलेवा हमला करने पर उतारू हो गया था।
मैं तेन्दूकोना जिला महासमुंद में रहती हूं, मेरे पिता रामजी प्रसाद पाण्डेय के हिस्से का मकान बैरासिन चौक पंडरिया में है जिसे देख रेख करने के लिए मेरे पिता ने मुझे अधिकृत किया हैआज दिनांक 12-11-2022 को दोपहर करीबन 01.30 बजे गयी थी जो मकान का दरवाजा अंदर से बंद था जिसे गवाहो के समक्ष खुलवाकर देखा गया जो संदीप पाण्डेय और नेहा पाण्डेय के द्वारा मेरे पिता के हिस्से के मकान की दिवाल को अनाधिकृत रूप से तोडकर मकान को कब्जा कर लिया है, संदीप पाण्डेय व नेहा पाण्डेय के द्वारा आकर मुझे अश्लील गालिया देते हुए जान से मारने की धमकी दिया गया मकान की दिवाल तोडने से करीब 40-50 हजार रूपये का नुकसान हुआ हैजिसकी लिखित शिकायत पत्र पेश करती हूं, लिखित शिकायत पत्र की नकल जैल है- प्रति,थाना प्रभारी महोदय,थाना पण्डरिया,जिला-कबीरधाम छ0ग0 विषयः-आवेदिका के पिता के मकान की दिवाल को अनावेदकगण के द्वारा तोडकर मकान को कब्जा करने व मां-बहन की बुरी बुरी अश्लील गाली देते हुए जान से मारने की धमकी देकर आवेदिका के पिता के मकान की दिवाल को क्षतिग्रस्त कर अनाधिकृत रूप से कब्जा करने बाबत। महोदय, निवेदन है कि श्रीमति नम्रता शुक्ला पति आशीष शुक्ला उम्र 39 वर्ष निवासी तेन्दूकोना थाना तेन्दूकोना जिला महासमुंद की रहने वाली हूं, मेरे पिता श्री रामजी प्रसाद पाण्डेय पिता स्व0 नारायण प्रसाद पाण्डेय निवासी बैरासिन चौक पंडरिया के रहने वाले है जिनका पुस्तैनी मकान बैरासिन चौक पंडरिया में है जो मेरे पिता ने पुस्तैनी मकान का परिवारिक हिस्सा बटवारा करने पर मेरे पिता रामजी प्रसाद पाण्डेय को दो कमरे वाला मकान का हिस्सा मिला था जो मेरे पिताजी ने उस दो कमरे वाले प्रथम तल के मकान को देख रेख के लिए मुझे अधिकृत किया है, जिसमें मैं ताला लगाकर अपने पति व बच्चो के साथ तेन्दूकोना में रहती हूं, जो आज दिनांक 12.11.2022 को दोपहर 01.30बजे के करीब मैं बैरासिन चौक स्थित मकान में गयी और मकान के सामने का दरवाजा में लगे ताला को अपने चाबी से खोल कर दरवाजा को देखी तो मेरे मकान का दरवाजा अंदर से बंद था तब मैं परिवार के लोग जो मकान के अपने हिस्से में रहते है उन्होने बताया कि संदीप पाण्डेय ने आपके मकान के दरवाजा को अपने हिस्से के कमरे से आपके हिस्से की दिवाल को तोडकर आपके हिस्से के दरवाजा को अंदर से बंद कर दिया है,तब मैं मोहल्ले के पार्षद शंकर राव ,पडोसी हरि राव ,कुंजी राव, अनिल पाण्डेय को बुलाकर अपने घर के दरवाजा को गवाहो के समक्ष तोडकर कमरे के अंदर प्रवेश कर देखी तो कमरे के अंदर ईट,गिट्टी सहित मलबा पडा हुआ था और संदीप पाण्डेय के हिस्से के कमरे की तरफ की दिवाल 5×4 फीट टूटा हुआ था। जिसका पंचनामा गवाहो के समक्ष तैयार किया गया है। हम सभी लोग मकान का निरीक्षण कर रहे थे,करीबन 04/20 बजे संदीप पाण्डेय और उसकी पत्नी नेहा पाण्डेय वहां पर आकर मुझे देख कर बुरी-बुरी अश्लील गालिया देते हुए बोले कि तुम यहां क्यो आयी हो तुम्हारा यहां क्या है यहां से भाग जाओ नहीं तो तुम्हे जान सहित खत्म कर देंगे ऐसा कहते हुए संदीप पाण्डेय मुझे मारने के लिए ईंट को उठा लिया था, मौके पर उपस्थित मेरे पति ने बीच बचाव किया है। अगर मेरे पति बीच बचाव नहीं करते तो संदीप पाण्डेय कोई बडी घटना को अंजाम दे सकता था। मौके पर मेरे बडे भाई कृष्णकुमार पाण्डेय ,भाभी प्रीति पाण्डेय ,दीदी सुचिता शर्मा ,जीजा संजय शर्मा भी देखे सुने है। संदीप पाण्डेय और उनकी पत्नी नेहा पाण्डेय ने पिता जी के हिस्से का मकान के दिवाल को तोडकर मेरे पिता के मकान के कमरे को कब्जा कर रहे है। दिवाल तोडने से मेरे पिता के कमरे की दिवाल टूटने से करीब 40-50 हजार रूपये की नुक्सानी हुई है।