कोरियोग्राफर और निर्देशक बॉस्को मार्टिस की पहली फिल्म ‘रॉकेट गैंग’ रिलीज हुई है। कहने को तो फिल्म हॉरर डांस फिल्म है, लेकिन फिल्म देखने पर लगता है कि जैसे बड़े परदे पर बस एक और डांस रियलिटी शो देख रहे हैं। फिल्म की कहानी कुछ इस तरह है कि पांच दोस्त आदित्य सील, निकिता दत्ता, जैसन थाम, मोक्षदा जैलखानी, सहज सिंह घूमने निकले हैं। रास्ते में सेल्फी लेते, मस्ती करते हुए जाते हैं। इसी बीच इनकी गाड़ी एक दूसरी गाड़ी से टकरा जाती है। दूसरी गाड़ी में सवार ड्राइवर सहित पांच बच्चे दीपाली बोरकर, सिद्धांत शर्मा, जयश्री गोगोई, आद्धविक मोगिया, तेजस वर्मा गहरी खाई में जा गिरते हैं, जिससे उनकी मौत हो जाती है। मौत के बाद सभी भूत बन जाते हैं। इन बच्चों का पैशन डांस होता है। खैर, कुछ समय बाद अमरबीर यानी आदित्य सील अपने 5 दोस्तों के साथ रिसॉर्ट जाते हैं, जहां उनकी खातिरदारी करने के लिए यह पांच बच्चे मिलते हैं। उसके बाद किस तरह डरने-डराने से लेकर एक-दूसरे के सपने को पूरा करने का सफर आगे बढ़ता है, यह कहानी का अहम हिस्सा है। फिल्म में कमी की बात की जाए तो कमी ज्यादा और अच्छाई बहुत कम है। फिल्म की कहानी बड़ी उलझी हुई सी लगती है। कॉमेडी, थ्रिलर, हंसी, डर, मनोरंजन सब गायब है। फिल्म को दमदार बनाने के लिए फराह खान, नोरा फतेही, रणबीर कपूर को भी शामिल किया गया है, लेकिन बेहद कमजोर स्क्रिप्ट की वजह से रॉकेट गैंग का रॉकेट उड़ता दिखाई नहीं दिया। फिल्म में जितनी बार रॉकेट गैंग का इस्तेमाल किया गया, उससे कहीं ज्यादा बार डांस इंडिया डांस सुनने को मिलता है। इसे सुनकर ऐसा लगता है कि कहीं डांस रियलिटी शो का प्रमोशन हो रहा है । यह बोरियत भरी फिल्म है। रणबीर कपूर का ह्यहर बच्चा है रॉकेट गाने पर डांस देखना हो या फिर बच्चों के डांस देखने के बेहद शौकीन हों, तब सिनेमा घर जा सकते हैं।