नई दिल्ली। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महाराष्ट्र में राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित करते हुए एक पुरानी घटना का जिक्र कर नये राजनीतिक घमासान को शुरू कर दिया है। अपनी केदारनाथ यात्रा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वो उस दौरान एक आरएसएस नेता से मिले थे। तकरीबन 100 किलो वजन रहा होगा। साथ में नौकर भी था। वो शिवजी को फलों की टोकरी चढ़ाना चाहते थे लेकिन, टोकरी नौकर ने उठा रखी थी। धाम जाने के लिए उन्होंने चौपर चुना और मैंने पैदल जाना सही समझा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उन्हें एक कहानी सुनाने का मन कर रहा है, पहले दर्शकों से अनुमति मांगी। कहा कि यह कहानी विवादास्पद है। यह वह समय था जब वो केदारनाथ गए थे और वहां आरएसएस के एक नेता से मिले थे।
राहुल का किस्सा सुनिए
राहुल गांधी ने साल 2015 में केदारनाथ यात्रा की थी। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने अपना मन बना लिया है कि वह केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर नहीं चुनेंगे। राहुल कहते हैं कि मैं दुनिया के सबसे महान तपस्वी के दर्शन करने जा रहा हूं और क्या मैं 15-16 किमी चलने की तपस्या नहीं कर सकता? राहुल गांधी ने कहा कि वह केदारनाथ में आरएसएस के एक कट्टर नेता से मिले। राहुल ने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह कैसे कहना है लेकिन उनका वजन लगभग 100 किलो था। उनके साथ एक नौकर था जो फलों की टोकरी लिए था। जैसा कि मैंने उनसे पूछा, उन्होंने कहा कि वह उन फलों को शिव जी को चढ़ाने के लिए लाये हैं। लेकिन मैंने उनसे यह नहीं कहा, यह आपको खुद करना चाहिए।”