रायपुर। मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द महाराज ने भारत में रह रहे मुसलमानों पर अभद्र एवं अमर्यादित टिप्पणी करते हुए गैरवाजिब कथन किया है कि भारत में रह रहे मुसलमानों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए, पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह कथन उनके पद की गरिमा के विपरीत है तथा हेट स्पीच की परिधि में आता है।
रिजवी ने स्वामी शंकराचार्य के कथन को कटघरे में खड़ा करते हुए पलटवार किया है कि एकाएक हिमाचल प्रदेश एवं गुजरात चुनाव के पूर्व उनका यह कथन प्रायोजित प्रतीत होता है। निर्वाचन आयोग को ऐसी हेट स्पीच एवं अभद्र बयानों पर बंदिश लगाना चाहिए। शंकराचार्य जी जान ले कि भारतवर्ष में निवासरत 35 करोड़ मुस्लिम कहीं जाने वाले नहीं है। इस देश का मुसलमान भारत की मिट्टी में पैदा हुआ है और इसी माटी में मिल जाने वाला है। यहां का मुसलमान देश का अभिन्न हिस्सा है। शंकराचार्य जी को पद की गरिमा का जरा भी ध्यान है तो उन्हें मुसलमानों के बारे में की गई अभद्र बयानबाजी के लिए न केवल मुसलमान वरन् देशवासियों से सार्वजनिक क्षमा मांगना चाहिए। मुसलमानों पर की गई अमर्यादित भाषा पर रिजवी ने इस प्रख्यात शेर को सामयिक बताया है कि हमको मिटा सके ये जमाने में दम नहीं, हमसे जमाना खुद है, जमाने से हम नहीं। रिजवी ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गत् दिवस हिदायत दी गई है कि हेट स्पीच पर केंद्र सरकार एवं देश के सभी प्रदेश सरकार कड़े नियम बनाए ताकि ऐसे बयानों पर तत्काल अंकुश लग सके।