भोपाल। एमपी में मौसम का मिजाज फिर से बदलने लगा है। सोमवार को प्रदेश में कुछ जगहों पर बादल छाए जा रहे हैं। इसकी वजह से दिन का तापमान लुढ़क गया है। वहीं, न्यूनतम तापमान में कोई गिरावट नहीं देखने को मिली है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहले ही पहुंच गया है। इसकी वजह से दिन के तापमान में गिरावट हुई है। वहीं, 12 नवंबर से रात के तापमान में भी बदलाव होगा। इसके बाद प्रदेश में सर्दी बढ़ जाएगी। अगले 24 घंटे तक एमपी में मौसम शुष्क ही बना रहेगा।
पिछले पांच दिनों से एमपी की राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के इर्द गिर्द रहा है। इसके साथ ही रात भी अधिक गरम रहा है। सोमवार को अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया है। वहीं न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस रहा है। मौसम विभाग ने कहा है कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस से ठंड बढ़ती है। उत्तर भारत में एक दिन पहले ही वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहुंच गया है। अब तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही कई इलाकों में बादल भी छाए रह सकते हैं।
एमपी के मंडला में सबसे कम तापमान रहा है। मंडला में न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र नायक ने कहा है कि 12 नवंबर के बाद से ही मध्यप्रदेश में न्यूनतम तापमानों में गिरावट की संभावना है। निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तरों में पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ 62°पूर्वे देशांतर के साथ 28° उत्तरी अक्षांश के उत्तर में चलायमान है। उन्होंने कहा कि एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के 09 नवंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को भी प्रभावित करने की संभावना है।
इस मौसम प्रणाली के प्रभाव में पहाड़ों पर 8-9 नवंबर तक बर्फबारी की गतिविधि जारी रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि बारिश और हिमपात की इन गतिविधियों की सफाई 11 नवंबर तक होगी। 12 नवंबर के बाद से ही मध्यप्रदेश में न्यूनतम तापमानों में गिरावट की संभावना है।