जगदलपुर। बस्तर में शिक्षा अधिकारियों द्वारा समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर की शालाओं का मोबाइल में व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर शिक्षकों के उपस्थिति की पंजी का फोटो एक नियत समय में खींच कर व्हाट्सएप ग्रुप में डालने का आदेश जारी किया गया है। इस आदेश से शिक्षक संवर्ग में नाराजगी देखी जा रही है। इस आदेश को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने मांग किया है कि ऐसे तुगलकी आदेश पर तत्काल विराम लगाया जाए अन्यथा संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री गजेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षा अधिकारियों की उदासीनता से अब स्कूलों का निरीक्षण मोबाइल में सिमट कर रह गया है। पूर्व में शिक्षा अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के स्कूलों में नियमानुसार स्कूलों का भौतिक निरीक्षण करते थे, जिसमें वे शिक्षकों की उपस्थिति, बच्चों की उपस्थिति, बच्चों के अध्यापन का स्तर, स्कूलों की साफ-सफाई, मध्यान भोजन की व्यवस्था, खेलकूद, शिक्षक दैनंदिनी तथा अन्य व्यवस्थाओं को देखते चिन्हाकित करते थें व समय-समय, पर सुधारात्मक सुझाव आदि भी देते रहे। वर्तमान में शिक्षा अधिकारी के द्वारा एयर कंडीशनर रूम में बैठकर केवल शिक्षकों की उपस्थिति की गिनती करना दुर्भाग्य जनक है। इस प्रकार के आदेश से शिक्षकों का उत्पीड? हो रहा है, जिसका पुरजोर विरोध संघ करता है।