जल स्त्रोत विहीन ग्रामों के लिए जल स्त्रोतों का परीक्षण एवं आकलन करेगी समिति
भोपाल। राज्य शासन ने जल जीवन मिशन में प्रदेश के चिन्हित किये गये संवहनीय जल स्त्रोत विहीन (water scarce) ग्रामों के लिये भू-जल और सतही जल स्त्रोतों के परीक्षण तथा नलजल योजना बनाए जाने के लिए उपलब्ध होने वाले स्त्रोतों की उपयुक्तता का आकलन करने “जल जीवन मिशन योजना हेतु स्त्रोत परीक्षण समिति” का गठन किया गया है।
प्रमुख अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी की अध्यक्षता में गठित समिति में प्रमुख अभियंता जल संसाधन, सदस्य अभियांत्रिकी नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, प्रमुख अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, निदेशक मैपकॉस्ट, मुख्य महाप्रबंधक मध्यप्रदेश जल निगम, क्षेत्रीय संचालक केन्द्रीय भू-जल बोर्ड और मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (समस्त परिक्षेत्र) को सदस्य बनाया गया है। अधीक्षण यंत्री मॉनिटरिंग लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को सदस्य सचिव मनोनीत किया गया है।
प्रदेश में चिन्हित किये गये 10 हजार 409 संवहनीय जल-स्त्रोत विहीन (water scarce) ग्रामों के लिये समिति द्वारा जल जीवन मिशन के मापदण्डों के अनुसार जल स्त्रोत की उपलब्धता होने की अनुशंसा की जायेगी। समिति की अनुशंसा पर प्रमुख अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग नलजल योजनाओं की डीपीआर तैयार कर सक्षम स्तर से प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त करने की कार्यवाही करेंगे। समिति द्वारा एक माह में निर्देशित कार्रवाई पूर्ण करना सुनिश्चित किया जायेगा।