कोयंबटूर। दीवाली की शाम कोयंबटूर मंदिर के सामने एक कार के पहिये में विस्फोट हो गया था। इस दुर्घटना में 29 वर्षीय शख्स की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने आईएस से जुड़े पांच संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है। माना जा रहा है कि ये लोग बड़ी आतंकी साजिश रचने की फिराक में थे। पुलिस के मुताबिक इन सभी को तमिलनाडु शहर की पांच अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया है। इन सभी गिरफ्तार आतंकियों पर यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किये गए लोगों से पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि ये लोग पांच अलग अलग जगहों पर बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने वाले थे।
सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के मुताबिक मृतक जमीशा मुबीन को देखा गया। जिससे एनआईए ने साल 2019 में पूछताछ की थी। कोयंबटूर के पुलिस आयुक्त वी बालकृष्णन ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आईएस संदिग्धों में से तीन ने शनिवार को रात करीब 11.30 बजे कार में दो एलपीजी सिलेंडर और “हल्के विस्फोटक” से भरे तीन ड्रम रखे थे। इन सिलेंडरों में से एक में विस्फोट तब हुआ जब मुबीन रविवार तड़के करीब 4 बजे मंदिर के सामने से गुजर रहा था।
बम विस्फोट की घटना से एक दिन पहले तीनों गिरफ्तार लोगों को देखा गया था। इन तीनों की पहचान मोहम्मद रियास, फिरोज इस्माइल और मोहम्मद नवाज इस्माइल के रूप में हुई, जो कि कोयंबटूर के उक्कड़म के पास जीएम नगर के निवासी रहने वाले हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि चौथे संदिग्ध मोहम्मद थल्का ने मुबीन और उसके एक रिश्तेदार मोहम्मद अजरूद्दीन को कार मुहैया करवाई थी।
पुलिस की जांच से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि मुबीन के घर की तलाशी में अन्य बातों के अलावा, पांच प्रमुख कोयंबटूर स्थानों- पुलिस आयुक्तालय, कलेक्ट्रेट, विक्टोरिया हॉल, कोयंबटूर रेलवे स्टेशन और रेस कोर्स के नाम वाले कागज का एक टुकड़ा मिला। मुबीन के मोबाइल फोन की जांच में पता चला कि उसने बम बनाने के तरीके पर DIY वीडियो के लिए YouTube को भी खंगाला था। वहीं इन कागज के टुकड़ों पर पांच जगहों के नाम को लेकर शक जताया जा रहा है कि कहीं न कहीं यही टारगेट की जगह तय की गई थी।
मुबीन को लेकर कहा जाता है कि उसकी मोहम्मद अजरुद्दीन नाम के एक अन्य व्यक्ति से खासा करीबी थी। यह वहीं अजरुद्दीन है जिससे कि 2019 में NIA ने आईएस और दाइश के संदेशों को सोशल मीडिया पर प्रचारित करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जिसका मकसद दक्षिण भारत, मुख्य रूप से केरल और TN में आतंकी हमलों के लिए युवाओं की भर्ती करना था। फिलहाल अजरुद्दीन त्रिशूर जिले के वियूर सेंट्रल जेल में बंद है।
एक अधिकारी ने कहा, “कोयंबटूर के कई मुस्लिमों ने वियूर केंद्रीय जेल का दौरा किया है और पिछले दो वर्षों में अजरूद्दीन और कुछ अन्य लोगों से मुलाकात की है। कोयंबटूर पुलिस ने जेल अधिकारियों से इन लोगों का विवरण भेजने का भी अनुरोध किया है।” एनआईए ने अगस्त, 2019 में मुबीन के घर की तलाशी ली थी। मुबीन मैकेनिकल इंजीनियर होने के साथ ही शादीशुदा और दो बच्चों का पिता था। पुलिस ने कहा कि कोट्टैमेडु और उसके आसपास के क्षेत्रों के जमात नेताओं ने शुरू में मुबीन के शव को दफनाने से इनकार कर दिया। पुलिस के काफी निवेदन करने के बाद वे लोग शांत हुए।
पुलिस ने बम विस्फोट की घटना को लेकर जिन पांच लोगो को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक इस्माइल को भारत के अनुरोध पर 2020 में यूएई से प्रत्यर्पित कर लाया गया था। वहीं थल्का का पिता, नवाब खान प्रतिबंधित अल-उम्मा का सदस्य है। इसके साथ ही वह 1998 के कोयंबटूर सीरियल ब्लास्ट का आरोपी हैं, जिसमें 58 लोग मारे गए थे। नवाब इसी साल मार्च महीने में परोल पर अपने घर आया था। पुलिस इस वक्त नवाब से मिलने वालों का ब्योरा भी जुटा रही है। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए सभी लोगों पर आईपीसी की धारा 120 (बी) (आपराधिक साजिश), 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और यूएपीए की धारा 16 और 18 के तहत केस दर्ज किया गया है।