इंदौर। अक्सर लोग चिकित्सकीय परामर्श लिए बिना ही दवाई लेना या तो शुरू कर देते हैं या अपनी दवाई बंद कर देते हैं। यह दोनों ही स्थिति सेहत के लिए हानिकारक है। कई बार यह आदत गंभीर रोग को भी बुलावा दे देती है। इंटरनेट मीडिया पर आने वाली हर जानकारी सही हो यह जरूरी नहीं और ना ही यह आवश्यक है कि एक व्यक्ति द्वारा ली जा रही दवाई या बंद कर दी गई दवाई का समान परिणाम आपके साथ भी हो क्योंकि हर व्यक्ति की शारीरिक संरचना, प्रकार, तासीर अलग-अलग होती है।
हृदय रोग विशेषज्ञ डा. एडी भटनागर के अनुसार वर्तमान में युवा भी हृदय रोग की चपेट में आ रहे हैं। भारत में बिते एक-डेढ़ दशक में यह समस्या बढ़ी है और इसकी बड़ी वजह शहरीकरण भी है। हृदय रोग से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। यदि आप जिम जा रहे हैं तो अपनी क्षमतानुसार ही व्यायाम करें। जिम की सदस्यता लेने से पहले पहले शारीरिक जांच करा लें और उसकी रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सकीय परामर्श लेकर जिम में व्यायाम करें। जिम में दिए जाने वाले फूड सप्लीमेंट्स और डाइट चिकित्सकीय परामर्श से ही लें। भोजन से जंक फूड को दूर करें और डिब्बाबंद खाद्य या पेय पदार्थ न लें क्योंकि इसमें प्रिजर्वेटिव होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।